Holi 2023: इस होली पर इन मंत्र का करें जाप, खुद ब्रह्मा जी बदलेंगे आपका भाग्य
Holi 2023: तंत्र-मंत्र में ऐसी बहुत सी चीजें बताई गई हैं जिन्हें सही समय पर सही तरीके के किया जाए तो सटीक नतीजे मिलते हैं। आप चाहें तो इसका उपयोग सिद्धि पाने में कर सकते हैं, पैसा कमाने में कर सकते हैं या फिर किसी को अपना बनाने के लिए। सब कुछ पूरी तरह से आपके ही हाथ में होता है। हालांकि इसके लिए कुछ बेहद जरूरी नियमों का भी पालन करना होता है।
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होली पर करें मंत्र अनुष्ठान (Holi 2023 and Mantra Jaap)
ज्योतिषाचार्य पंडित रामदास के अनुसार तंत्र-मंत्र में होली, दीवाली और नवरात्रि का विशेष महत्व है। इन दिनों किए गए मंत्र जाप व अनुष्ठान सदैव अपना फल दिखाते हैं। यदि आप भी इस समय अपने मनपसंद मंत्र का जप अनुष्ठान करें तो अवश्य सफल होंगे।
कैसे करें मंत्रों का अनुष्ठान
इस वर्ष 7 मार्च को होली आ रही है। इसके बाद 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि आरंभ हो रही है। इन दोनों ही अवसरों पर आप कुछ मंत्रों का अनुष्ठान कर सकते हैं। इन मंत्रों के जप से आप जो कुछ भी चाहेंगे, आसानी से आपको मिल जाएगा। यहां पर कुछ मंत्र दिए जा रहे हैं जिनका आप अनुष्ठान कर सकते हैं।
- ॐ नम: शिवाय
- ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्
- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे
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कैसे करें अनुष्ठान (Holi 2023 Anushthan)
होली के दिन सुबह ही स्नान आदि कर साफ स्वच्छ कपड़े धारण करें। अब किसी ऐसे मंदिर में जाए जहां एकांत हो और कम से कम लोग वहां आते हों। वहां पर भगवान का स्मरण करें तथा उनकी विधिवत पूजा करें। इसके बाद वहीं मंदिर में बैठकर उपरोक्त मंत्रों का सवा लाख जप करने का संकल्प करें। इस जप को आपको होली या नवरात्रि पर आरंभ कर 40 दिनों में पूरा करना होगा। इससे आपको मनचाही सिद्धियां मिल जाएंगी।
मंत्र अनुष्ठान में ध्यान रखें ये बातें
जब आप इन मंत्रों का अनुष्ठान करेंगे तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा। ये निम्न प्रकार हैं।
- आपको मांस, मंदिरा, अंडा, प्याज, लहसुन, सिगरेट, तंबाकू कुछ भी ग्रहण नहीं करेंगे।
- अनुष्ठान काल में पूर्ण ब्रह्मचर्य के साथ रहना होगा। किसी स्त्री का चिंतन भी नहीं होना चाहिए।
- आप पूरे संसार के किसी भी जीव, भिखारी, बुजुर्ग, जानवर, पशु, पक्षी, महिला, आदि का जाने-अनजाने में भी अपमान नहीं करेंगे।
- जब तक आपका मंत्र अनुष्ठान चलेगा, तब तक आपको केवल एक समय भोजन ग्रहण करना होगा। वह भी फलाहार ही होना चाहिए। अन्न तथा तामसी पदार्थ बिल्कुल ग्रहण नहीं करने चाहिए।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
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