Daily Horoscope: 13 जून 2025 का दिन कुछ राशि वालों के लिए अच्छा नहीं रहने वाला है। इस दिन आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि दोपहर 3 बजकर 18 मिनट तक रहेगी, जिसके बाद तृतीया तिथि शुरू हो जाएगी। पूर्वाषाढा नक्षत्र दोपहर 11 बजकर 21 मिनट तक प्रभावी रहेगा, इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का प्रभाव शुरू हो जाएगा। शुक्ल योग दोपहर 1 बजकर 48 मिनट तक रहेगा, इसके बाद ब्रह्म योग चालू होगा। गर करण दोपहर 3 बजकर 18 मिनट तक सक्रिय रहेगा, फिर वणिज करण चालू हो जाएगा।
ग्रहों की स्थिति की बात करें तो चंद्रमा पूरे दिन धनु राशि में रहेंगे, जो भावनात्मक और मानसिक स्तर पर कई राशियों को प्रभावित करेंगे। शुक्र मेष राशि में, सूर्य वृषभ राशि में, गुरु और बुध मिथुन राशि में, मंगल और केतु सिंह राशि में, राहु कुंभ राशि में और शनि मीन राशि में विराजमान रहेंगे। यह ग्रह-नक्षत्र संयोजन कुछ राशियों के लिए चुनौतियां ला सकता है, जिसके कारण सावधानी और उपायों की आवश्यकता होगी। आइए जानते हैं कि किन राशि वालों के लिए यह दिन अच्छा नहीं रहेगा और इसके लिए क्या उपाय करने पड़ेंगे।
कन्या राशि
चंद्रमा का धनु राशि में होना और पूर्वाषाढा नक्षत्र का प्रभाव कन्या राशि वालों के लिए भावनात्मक और मानसिक अस्थिरता का कारण बन सकता है। चंद्रमा आपके चौथे भाव में होने से घर, माता और मन की शांति में बाधा आ सकती है। मंगल और केतु का सिंह राशि में होकर आपके बारहवें भाव पर असर डालना खर्चों में वृद्धि और गुप्त शत्रुओं से परेशानी ला सकता है। शनि का मीन में होकर आपके छठे भाव को प्रभावित करना स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र में चुनौतियां ला सकता है। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों के साथ तनाव या गलतफहमियां हो सकती हैं। व्यापारियों को जोखिम भरे निवेश से बचना चाहिए, क्योंकि नुकसान की आशंका है।
पारिवारिक जीवन में माता या जीवनसाथी के साथ मतभेद हो सकते हैं। जोड़ों में दर्द, पेट संबंधी समस्याएं या मानसिक तनाव परेशान कर सकता है। शुक्ल योग की चंचलता और गर करण की प्रकृति आपको जल्दबाजी में गलत निर्णय लेने के लिए प्रेरित कर सकती है। इस दिन शांत रहने और तनाव से बचने के लिए ध्यान और प्राणायाम करना लाभकारी रहेगा।
उपाय: भगवान विष्णु को पीले फूल अर्पित करें और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
वृश्चिक राशि
चंद्रमा का धनु राशि में होना वृश्चिक राशि वालों के दूसरे भाव पर प्रभाव डालेगा, जिससे धन, वाणी और पारिवारिक जीवन में अस्थिरता आ सकती है। मंगल और केतु आपके दसवें भाव में होने से करियर में अप्रत्याशित चुनौतियां और दबाव का सामना करना पड़ सकता है। शनि आपके पांचवें भाव में होकर संतान, रचनात्मकता और प्रेम संबंधों में बाधा डाल सकता है। कार्यक्षेत्र में छोटी गलतियां बड़े नुकसान का कारण बन सकती हैं, इसलिए सावधानी बरतें। व्यापार में पार्टनर्स के साथ मतभेद की आशंका है।
पारिवारिक जीवन में छोटी-छोटी बातों पर जीवनसाथी या परिजनों के साथ विवाद हो सकता है। स्वास्थ्य के लिहाज से पाचन संबंधी समस्याएं, सिरदर्द या थकान परेशान कर सकती है। शुक्ल योग की अधीरता और मंगल-केतु की युति की आक्रामक ऊर्जा आपके निर्णयों को प्रभावित कर सकती है। इस दिन मानसिक शांति के लिए तनाव कम करने वाली गतिविधियों को प्राथमिकता दें।
उपाय: हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करें और मंगलवार को लाल मसूर की दाल का दान करें।
मीन राशि
शनि का आपकी राशि और चंद्रमा का धनु राशि में होना आपके लिए तनाव और आत्ममंथन का कारण बन सकता है। चंद्रमा आपके दसवें भाव में होने से करियर और सामाजिक प्रतिष्ठा में अस्थिरता आ सकती है। मंगल और केतु छठे भाव में होने से स्वास्थ्य और शत्रुओं से परेशानी हो सकती है। कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों के साथ तनाव या कार्य में रुकावटें आ सकती हैं। व्यापारियों को बड़े सौदों में सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि नुकसान की आशंका है।
पारिवारिक जीवन में संतान या जीवनसाथी के साथ मतभेद हो सकते हैं। आपको नींद की कमी, जोड़ों में दर्द या मानसिक तनाव परेशान कर सकता है। पूर्वाषाढा नक्षत्र और मंगल-केतु की युति आपके लिए भावनात्मक और शारीरिक तनाव को बढ़ा सकती है। इस दिन शांत रहने और ध्यान करने से लाभ होगा।
उपाय: भगवान शिव को बेलपत्र और जल अर्पित करें और ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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