Daily Horoscope: 10 जून 2025 को चतुर्दशी तिथि सुबह 11:35 बजे तक रहेगी। इससे मानसिक तनाव और फैसलों में रुकावट हो सकती है। इसके बाद पूर्णिमा तिथि शुरू होगी, जो चंद्रमा के वृश्चिक राशि में होने की वजह से इमोशंस में दिक्कत लाएगी। अनुराधा नक्षत्र शाम 6:02 बजे तक रहेगा, जो दोस्ती, कोलैबोरेशन, और सोशल कनेक्शन्स के लिए अच्छा है, लेकिन ज्येष्ठा नक्षत्र की तीखी एनर्जी बाद में तनाव और तकरार बढ़ा सकता है। सिद्ध योग दोपहर 1:45 बजे तक काम में सक्सेस देगा, फिर साध्य योग पॉजिटिव वाइब्स बनाए रखेगा। वणिज करण सुबह 11:35 बजे तक बिजनेस और बातचीत के लिए ठीक है, लेकिन विष्टि करण (भद्रा) बाद में रुकावटें, मिसकम्युनिकेशन, और गलतफहमियां लाएगा।
ग्रहों की चाल की बात करें तो मेष में शुक्र प्यार और इम्पल्सिव बिहेवियर को बढ़ाएगा, वृषभ में सूर्य कॉन्फिडेंस देगा, मिथुन में बुध-शुक्र बातचीत और क्रिएटिविटी को बूस्ट करेंगे, सिंह में मंगल-केतु रिस्क और झगड़ों की आशंका लाएंगे, वृश्चिक में चंद्रमा इमोशनल अशांति देगा, कुंभ में राहु भ्रम और कन्फ्यूजन पैदा करेगा और मीन में शनि मेहनत के साथ स्ट्रेस देगा। चंद्रमा का वृश्चिक में होना, ज्येष्ठा नक्षत्र की तीव्रता और विष्टि करण का असर कुछ राशियों के लिए हेल्थ, पैसे और करियर में प्रॉब्लम्स खड़ी करेगा। आइए जानते हैं कि इससे किन राशि वालों को परेशानी होगी और इससे बचने के लिए क्या उपाय करें।
मेष राशि
सिंह में मंगल-केतु की युति आपके पांचवें भाव को प्रभावित करेगी। इससे क्रिएटिव टास्क्स में रुकावट, बच्चों से टेंशन या रिस्की इन्वेस्टमेंट में नुकसान हो सकता है। आपकी राशि में शुक्र रहेंगे। चंद्रमा आपके सातवें घर में वृश्चिक राशि में रहेगा, जो पूर्णिमा तिथि और ज्येष्ठा नक्षत्र के असर से रिलेशनशिप्स में तनाव, पार्टनरशिप में गलतफहमियां या बिजनेस डील्स में देरी ला सकता है। विष्टि करण के कारण जल्दबाजी में लिए गए फैसले नकुसान दे सकते हैं। इस कारण कोई कॉन्ट्रैक्ट साइन न करें या रिलेशनशिप में बड़ा स्टेप मत लें। सिद्ध और साध्य योग कुछ राहत देंगे, लेकिन आपको अपनी वाणी और रिएक्शन्स पर कंट्रोल रखना होगा। इस दिन पार्टनर या बिजनेस पार्टनर के साथ डिस्कशन्स में धैर्य रखें। अगर कोई जरूरी डील या मीटिंग है, तो उसे अच्छे से चेक करें और इम्पल्सिव डिसीजन से बचें।
उपाय: हनुमान जी को सिन्दूर और चमेली का तेल चढ़ाएं और मंगल के लिए लाल मसूर दाल दान करें।
कर्क राशि
चंद्रमा आपके पांचवें भाव में वृश्चिक राशि में रहेगा, जो पूर्णिमा तिथि और ज्येष्ठा नक्षत्र के असर से इमोशनल अशांति, क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स में रुकावट या बच्चों से जुड़ी टेंशन का कारण बन सकता है। मंगल और केतु की युति दूसरे घर में होने से आपकी बातों में तीखापन आ सकता है, जिससे फैमिली में गलतफहमियां या पैसे का नुकसान हो सकता है। विष्टि करण के कारण बड़े फैसले, जैसे इन्वेस्टमेंट या रिलेशनशिप से जुड़े स्टेप्स आदि गलत हो सकते हैं। सिद्ध और साध्य योग दोपहर के बाद कुछ राहत देंगे, लेकिन आपको अपने रिएक्शन्स और इमोशंस पर कंट्रोल रखना होगा। इस दिन छोटी ट्रिप्स, क्रिएटिव टास्क्स या जरूरी डिस्कशन्स में जल्दबाजी से बचें। अगर कोई डिबेट हो रही हो तो शांति से डील करें, ताकि बात बिगड़ने न पाए। बच्चों या पार्टनर के साथ बातचीत में धैर्य रखें और जरूरी कागजात अच्छे से चेक करें।
उपाय: मां दुर्गा की पूजा करें और सफेद चंदन का तिलक लगाएं। सफेद फूल का दान करें।
मकर राशि
चंद्रमा आपके 11वें भाव में वृश्चिक राशि में रहेगा, जो पूर्णिमा तिथि और ज्येष्ठा नक्षत्र के असर से दोस्तों, कलीग्स या सोशल सर्कल में तनाव, कमाई के रास्तों में रुकावट और गलतफहमियां ला सकता है। मीन राशि में शनि और कुंभ में राहु होने से फाइनेंशियल प्लानिंग में कन्फ्यूजन और दिमागी स्ट्रेस बढ़ेगा। मंगल और केतु की युति पांचवें घर में होने से क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स, बच्चों से जुड़े मामले या इन्वेस्टमेंट में नुकसान की आशंका है। विष्टि करण का असर रिस्की फैसलों जैसे बड़े इन्वेस्टमेंट या सोशल डील्स को नुकसानदायक बना सकता है। साध्य योग दोपहर के बाद थोड़ी राहत देगा, लेकिन आपको धैर्य रखना होगा। इस दिन फाइनेंशियल डील्स को टालें और सोशल इंटरैक्शन्स में सावधानी बरतें। अगर कोई नया प्रोजेक्ट या इन्वेस्टमेंट प्लान कर रहे हैं, तो उसे अगले दिन के लिए पोस्टपोन करें।
उपाय: शनि देव को तिल का तेल चढ़ाएं और काले तिल व उड़द दाल दान करें।
वृश्चिक राशि
चंद्रमा आपके पहले घर में रहेंगे। जो पूर्णिमा तिथि और ज्येष्ठा नक्षत्र की तीखी एनर्जी के साथ कॉन्फिडेंस में कमी, इमोशनल उलझन और सिरदर्द, थकान या स्ट्रेस जैसी छोटी-मोटी हेल्थ प्रॉब्लम्स ला सकता है। मंगल और केतु की युति दसवें घर में होने से करियर में अचानक रुकावटें जैसे प्रोजेक्ट्स में देरी, बॉस या कलीग्स के साथ तकरार, या वर्क प्रेशर बढ़ सकता है। विष्टि करण का असर जल्दबाजी में लिए गए फैसलों जैसे गलत कम्युनिकेशन या कॉन्ट्रैक्ट में मिस्टेक्स को नुकसानदायक बना सकता है। सिद्ध और साध्य योग दोपहर के बाद थोड़ी राहत देंगे लेकिन आपको अपनी वाणी पर कंट्रोल रखना होगा। इस दिन जरूरी मीटिंग्स या डील्स को हैंडल करने से पहले अच्छे से चेक करें। इमोशंस में बैलेंस रखें और इम्पल्सिव रिएक्शन्स से बचें ताकि गलतफहमियां न हों। किसी भी डिस्कशन को शांति से डील करें।
उपाय: शिवलिंग पर जल और बिल्वपत्र चढ़ाएं। चंद्रमा के लिए दूध और चावल दान करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्रों मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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