Chandra Grahan 2022: ज्योतिषियों के अनुसार किसी भी ग्रहण के लगभग तीन प्रहर अर्थात् नौ घंटे पहले सूतक लग जाता है। इस हिसाब से आज होने वाले पूर्ण चंद्र ग्रहण का सूतक काल आरंभ हो चुका है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के सूतक काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए अन्यथा उसका बुरा प्रभाव पड़ता है। हालांकि कुछ विशेष जगहों पर इस नियम में ढील भी दी जाती है।
चंद्र ग्रहण के दौरान न करें ये कार्य (Chandra Grahan Rules)
शास्त्रों के अनुसार सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण दोनों में ही कुछ कार्यों का स्पष्ट निषेध किया गया है। इस समय देव प्रतिमाओं का स्पर्श नहीं करना चाहिए। स्त्री के साथ सहवास और शयन भी नहीं करना चाहिए। यदि आप कोई नया कार्य आरंभ कर रहे हैं, तो उस कार्य को भी ग्रहण समाप्त होने तक के लिए टाल दें।
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ग्रहण के दौरान करें ये कार्य
ज्योतिषियों के अनुसार ग्रहण काल में किए गए दान-पुण्य तथा पूजा-पाठ का अनंत गुणा फल मिलता है। अतः इस दौरान मंत्र जप, दान एवं हवन करना चाहिए। ग्रहण समाप्त होने के बाद यथासंभव दान देना चाहिए। इससे सभी तरह का दुर्भाग्य दूर होकर सुख, सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
इन 4 तरह के लोगों पर लागू नहीं होते सूतक के नियम
सूतक और ग्रहण काल के दौरान सभी लोगों को नियम मानने चाहिए। हालांकि विशेष परिस्थितियों में इन नियमों में छूट दी जाती है। यथा बालक, वृद्ध, रोगी एवं पुत्रवान गृहस्थ इन नियमों से बंधे हुए नहीं हैं। वे ग्रहण काल में भी उन सभी कार्यों को कर सकते हैं जिनके लिए दूसरे लोगों को मना किया गया है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी पौराणिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। news24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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