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ज्योतिष

Aaj Ka Panchang: फाल्गुन कृष्ण दशमी को जानिए आज 23 फरवरी के पंचांग का शुभ समय, भद्रा और राहु काल

Aaj Ka Panchang 23 february 2025: आज 23 फरवरी को फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। आइए जानते हैं, 23 फरवरी का पंचांग क्या है, कौन-सा समय आपके लिए शुभ सिद्ध होने वाला है, किस दिशा में यात्रा करना अशुभ है और आज का राहु काल कब से कब तक है?

Author Edited By : Shyam Nandan Updated: Feb 22, 2025 22:35
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Aaj Ka Panchang 23 february 2025: आज 23 फरवरी, 2025 को फाल्गुन माह का दसवां दिन है यानी आज इस माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। आज दिनमान यानी दिन की लंबाई 11 घंटे 24 मिनट 46 सेकंड की है, जबकि रात्रिमान 12 घंटे 34 मिनट 14 सेकंड की होगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह वसंत ऋतु है और सूर्य वर्तमान में उत्तरायण होकर गोचर कर रहे हैं।

आइए जानते हैं, 23 फरवरी के पंचांग के पांचों अंग यानी तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की क्या स्थितियां हैं? आज का कौन-सा समय आपके लिए शुभ सिद्ध होने के योग दर्शा रहा है और आज का राहु काल का समय क्या है?

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आज का पंचांग

तिथि: आज फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि 01:55 PM तक रहेगी। इसके बाद एकादशी तिथि शुरू हो जाएगी। दशमी तिथि एक दशमी एक पूर्णा तिथि है, जिसके स्वामी यम हैं और इस दिन का स्वभाव सौम्य होता है। इसलिए दशमी एक शुभ तिथि होती है।

नक्षत्र: आज 06:42 PM तक मूल नक्षत्र व्याप्त रहेगी। इसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र शुरू होगी। मूल और पूर्वाषाढ़ा दोनों ही नक्षत्र शुभ मुहूर्तों में स्वीकृत है, इसलिए यह सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए उत्तम माने गए हैं।

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दिन/वार: आज रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित है, जिन्हें नवग्रहों का स्वामी माना जाता है। इस दिन सूर्यदेव के साथ-साथ अन्य देवी-देवताओं और नवग्रहों की पूजा करने से विशेष लाभ और फल की प्राप्ति होती है।

योग: आज शाम के 11:19 AM तक वज्र योग व्याप्त रहेगा। इसके बाद सिद्धि योग का असर कायम रहेगा। वज्र एक अशुभ योग है, जबकि सिद्धि एक योग शुभ माना गया है।

करण: आज के दिन 01:55 PM तक विष्टि करण का प्रभाव रहेगा, इसके बाद बव करण की शुरुआत होगी, जो 24 फरवरी को 01:56 AM तक व्याप्त रहेगी। इसके बाद विष्टि करण आरंभ हो जाएगा।

सूर्य-चंद्र गोचर

आज के पंचाग के उपर्युक्त इन 5 अंगों के साथ ही आज सूर्य और चंद्र गोचर की स्थिति इस प्रकार रहने के योग हैं:

सूर्य गोचर: सूर्य कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं, जो शनि ग्रह के स्वामित्व वाली राशि है।

चन्द्र गोचर: आज चंद्रमा धनु राशि में गोचर कर रहे हैं, जिसके स्वामी बृहस्पति ग्रह हैं।

शुभ-अशुभ काल

आज शुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:

ब्रह्म मुहूर्त: 05:11 AM से 06:02 AM

प्रातः सन्ध्या: 05:37 AM से 06:52 AM

अभिजित मुहूर्त: 12:12 PM से 12:57 PM

विजय मुहूर्त: 02:29 PM से 03:14 PM

गोधूलि मुहूर्त: 06:15 PM से 06:40 PM

सायाह्न सन्ध्या: 06:17 PM से 07:32 PM

अमृत काल: 12:02 PM से 01:42 PM

निशिता मुहूर्त: 12:09 AM, फरवरी 24 से 12:59 AM, फरवरी 24

सर्वार्थ सिद्धि योग: 06:52 AM से 06:42 PM

आज अशुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:

राहुकाल: आज राहु काल 04:51 PM से 06:17 PM तक रहने का योग है। हिन्दू धर्म में इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य आरंभ करने की मनाही है।

यमगंड: 12:35 PM से 02:00 PM

गुलिक काल: 03:26 PM से 04:51 PM

दुर्मुहूर्त काल: 04:46 PM से 05:31 PM

विष घटी/वर्ज्य काल: 05:02 PM से 06:42 PM और 04:25 AM, फरवरी 24 से 06:02 AM, फरवरी 24

भद्रा काल: 06:52 AM से 01:55 PM

गंडमूल: 06:52 AM से 06:42 PM

23 फरवरी 2025 के पर्व और त्योहार

आज फाल्गुन माह की दशमी तिथि है और दिन रविवार है। यह दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और इसे ग्रहों के स्वामी और धरती पर ऊर्जा और प्रकाश में महान स्रोत भगवान सूर्य को समर्पित माना जाता है। रविवार के दिन सूर्यदेव की उपासना करने से मान-सम्मान, स्वास्थ्य और ऊर्जा में वृद्धि होती है। 

रविवार के दिन सूर्यदेव के साथ-साथ अन्य देवी-देवताओं और नवग्रहों की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। रविवार का व्रत रखने से आत्मसंयम और आंतरिक शुद्धि में वृद्धि होती है। इस दिन दान करने से पुण्य फल मिलता है और सूर्य को अर्घ्य देने से जीवन में सुख-समृद्धि तथा सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है।

आज की यात्रा टिप्स: आज पश्चिम दिशा में दिशाशूल होने के कारण, आपातकाल को छोड़कर आज इस दिशा में यात्रा करना शुभ नहीं है।

पंचांग का महत्व

पंचांग केवल तिथियों और त्योहारों का कैलेंडर नहीं है, बल्कि यह जीवन को सफल और समृद्ध बनाने का एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक है। यह ब्रह्मांड की प्राकृतिक लय और खगोलीय घटनाओं के अनुरूप चलने का सुझाव देता है, ताकि दिन और समय शुभ और अनुकूल बन सकें। पंचांग के पांच अंग—वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण—को ध्यान में रखकर महत्वपूर्ण कार्य करने से सफलता और समृद्धि के अवसर बढ़ते हैं।

हिंदू धर्म में विवाह, गृह प्रवेश, व्यवसाय की शुरुआत, यात्रा जैसे शुभ कार्यों को पंचांग के अनुसार करने से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। यह निर्णय लेने की क्षमता को मजबूत करता है, जिससे जीवन सुव्यवस्थित और उन्नत बनता है। पंचांग का ज्ञान प्रकृति और ब्रह्मांड की ऊर्जा के साथ संतुलन बनाकर जीवन को सकारात्मक दिशा प्रदान करता है।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Edited By

Shyam Nandan

First published on: Feb 22, 2025 10:35 PM

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