रूस और यूक्रेन युद्ध चौथे साल में प्रवेश कर चुका है। इस दौरान दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की कई कोशिशें हुई लेकिन वे हर बार नाकाम रही। पीएम मोदी समेत दुनियाभर के कई नेताओं ने दोनों देशों को शांति की टेबल बैठने की अपील की। हालांकि अब उसका असर होता नजर भी आ रहा है। दोनों देशों ने एक-दूसरे को कैदियों को रिहा करने का फैसला किया है। शुक्रवार को पहली खेप में दोनों देशों ने एक-दूसरे के 390 कैदियों को छोड़ दिया था। दोनों देशों के बीच तुर्की के इस्तांबुल में हाल ही में एक बैठक हुई। बैठक में दोनों देशों के बीच सहमति बनी थी। साल 2014 के बाद मिलिट्री और सिविलियन लोगों के बीच ये सबसे बड़ी रिहाई है।
रूस ने कीव पर मिसाइल और ड्रोन से किया हमला
बता दें कि दोनों देशों के बीच पहले चरण में करीब 1000 लोगों को रिहा किया जाएगा। रूसी रक्षा मंत्री सर्वेई लावरोव ने बताया कि कैदियों की रिहाई के बाद पुतिन जेलेंस्की को एक शांति प्रस्ताव देंगे। इधर शांति वार्ता पर बातचीत चल रही थी उधर रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर मिसाइल और ड्रोन से हमला कर दिया। यह हमला रूस ने शनिवार सुबह किया। इससे पूरे शहर में धमाकों की आवाज आने लगी।
हमलों को लेकर कीव सैन्य प्रशासन के प्रमुख ने कहा कि राजधानी के चार जिलों में मिसाइल और मलबों का ड्रोन हमला गिरा है। 6 लोग घायल हुए हैं दो स्थानों पर आग भी लगी है। हमले से पहले कीव के मेयर ने लोगों को ड्रोन हमले को लेकर आगाह किया था।
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दोनों देशों के बीच भीषण जंग जारी
हालांकि सैनिकों की अदला-बदली के इतर सीजफायर को लेकर दोनों देशों के बीच कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। अभी भी दोनों देशों के बीच भीषण जंग चल रही है। क्रेमलिन के अनुसार शांति वार्ता का अगला दौर अभी तय नहीं हुआ है। वहीं दूसरी ओर यूरोपीय नेताओं ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर शांति प्रयासों में देरी करने और यूक्रेनी इलाकों में कब्जा करने का आरोप लगाया है।
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