अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कतर के शाही परिवार से मिला उपहार सुर्खियों में है। ‘पैलेस इन द स्काइ’ या ‘आकाश महल’ के नाम से मशहूर यह आलीशान बोइंग 747-8 विमान किसी अमरीकी राष्ट्रपति को मिलने वाला सबसे महंगा गिफ्ट है। यह सिर्फ अपनी भव्यता की वजह से चर्चा में नहीं है बल्कि अमेरीकी विदेश नीति पर संभावित प्रभाव को लेकर विवाद भी इसकी चर्चा की बड़ी वजह है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह जेट अस्थायी रूप से एयर फोर्स वन के रूप में काम करेगा और बाद में ट्रंप इसे राष्ट्रपति लाइब्रेरी को डोनेट कर देंगे।
क्या कहा कतर के पीएम शेख मोहम्मद ने?
कतर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बोइंग विमान देने के अपने प्रस्ताव के बारे में चिंताओं को खारिज किया है। विमान के बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वह किसी इंफ्लुएंस को खरीदने का प्रयास नहीं कर रहा है। यह बात सीनेट में एक विधेयक पेश किए जाने के एक दिन बाद कही गई है, जिसमें एयर फोर्स वन के रूप में किसी विदेशी विमान के परिचालन को रोकने की बात कही गई थी। वहीं, कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने मंगलवार को कहा कि यह प्रस्ताव ‘मित्र देशों के बीच होने वाली एक सामान्य बात है’। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि लोग इस उपहार को रिश्वत क्यों मान रहे हैं, या कतर द्वारा ट्रंप प्रशासन को इंफ्लुएंस करने का एक तरीका क्यों मानते हैं?
‘हम हमेशा अमेरिका के लिए खड़े रहे हैं’
पीएम शेख मोहम्मद ने दोहा में आयोजित कतर आर्थिक मंच में कहा, ‘मैं आशा करता हूं कि अमेरिका के लोग और यहां तक कि वहां के नेता भी हमें एक मित्र, एक साझेदार और एक विश्वसनीय साझेदार के रूप में देखेंगे, क्योंकि जब भी हमारी जरूरत पड़ी है, हम हमेशा अमेरिका के लिए खड़े रहे हैं।’
कैसे शुरू हुआ विवाद?
दरअसल, लग्जरी विमान को लेकर विवाद ने तब जोर पकड़ा जब यह खबर आई कि ट्रंप कतर से 400 मिलियन डॉलर का हवाई जहाज स्वीकार करने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद अमेरिकी सीनेट के डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ने ‘प्रेसिडेंशियल एयरलिफ्ट सिक्यूरिटी एक्ट’ पेश किया, जिसके बारे में कानूनी विशेषज्ञों ने कहा कि इससे विदेशी सरकारों से उपहारों से संबंधित कानूनों के दायरे के बारे में कई सवाल उठ रहे हैं और इनका उद्देश्य भ्रष्टाचार और अनुचित प्रभाव को रोकना है।
कोई बेवकूफ ही होगा, जो इस उपहार को स्वीकार नहीं करेगा: ट्रंप
लेकिन ट्रंप ने नैतिक चिंताओं को दरकिनार करते हुए कहा कि इस उदार प्रस्ताव को ठुकराना ‘मूर्खतापूर्ण’ काम होगा। बता दें कि बोइंग 747-8 विमान गिफ्ट में मिलने पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा था कि ‘बोइंग 747 अमेरिकी वायु सेना या रक्षा विभाग को उपहार स्वरूप दिया जा रहा है, न कि मुझे। यह एक ऐसे देश कतर ने गिफ्ट किया है, जिसकी हमने कई वर्षों तक सफलतापूर्वक रक्षा की है। हमारी सरकार द्वारा इस विमान को अस्थायी तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा, जब तक हमारा खुद का नया बोइंग विमान तैयार नहीं हो जाता। जिसे मिलने में बहुत देरी हो रही है।’ ट्रंप ने कहा कि ‘क्यों हमारी सेना को, करदाताओं को करोड़ों डॉलर का भुगतान करने के लिए मजबूर किया जाए, जबकि हमें एक ऐसे देश से यह बतौर उपहार मिल रहा है, जिसके लिए हमने अच्छा काम किया है। यह एक बड़ी बचत है और इस बचे हुए पैसे का हम अमेरिका की बेहतरी में इस्तेमाल कर सकते हैं। कोई बेवकूफ ही होगा, जो इस उपहार को स्वीकार नहीं करेगा।’ व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि ‘इस सरकार को मिला कोई भी दान, कानून के तहत ही लिया जाएगा।’
साथ ही ट्रंप ने कहा कि बोइंग 747-8 को अंततः उनके राष्ट्रपति लाइब्रेरी को दान कर दिया जाएगा, जो उनके प्रशासन की शोध सामग्रियों का भंडार है। उन्होंने कहा कि पद छोड़ने के बाद व्यक्तिगत कारणों से इसका उपयोग करने की उनकी कोई योजना नहीं है।
पिछले कार्यकाल में ट्रंप ने कतर की मदद की थी
बता दें कि ट्रंप ने 2017 में दोहा को आइसोलेट करने में मदद की थी, जब उन्होंने सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र द्वारा लगाए गए व्यापार और कूटनीतिक प्रतिबंधों का समर्थन किया था। उस समय छोटे और गैस उत्पादक धनी देश कतर पर अन्य आरोपों के अलावा आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाया था। उसके बाद से दोहा ने वाशिंगटन की नजरों में अपना विश्वास फिर से हासिल किया है और अपनी गहरी पूंजी का लाभ उठाया। 14 मई को ट्रंप की यात्रा 23 वर्षों में किसी अमेरिकी राष्ट्रपति की पहली यात्रा थी।
क्या कहता है अमरीकी संविधान?
अमेरीकी संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति सहित कोई भी संघीय अधिकारी कांग्रेस की अनुमति के बिना किसी विदेशी सरकार से उपहार, पारिश्रमिक, पद या उपाधि स्वीकार नहीं कर सकता। ‘इमोल्यूमेंट्स क्लॉज’ नामक प्रावधान विदेशी प्रभाव और भ्रष्टाचार से सुरक्षा के लिए बनाया गया था। यह प्रावधान संघीय अधिकारियों को 480 डॉलर से अधिक के विदेशी उपहारों को व्यक्तिगत रूप से रखने से रोकता है।
क्या है बोइंग 747-8 विमान विमान की विशेषताएं?
- लंबाई: 76.3 मीटर, जो एयरबस A380 से भी लंबा है।
- दो डेक: ऊपरी डेक वीवीआईपी बैठकों, निजी सुइट और ऑफिस स्पेस के लिए, जबकि नीचे की डेक बैठने और अन्य सुविधाओं के लिए।
- एडवांस टेक्नोलॉजी: अत्याधुनिक नेविगेशन और एवियोनिक्स सिस्टम।
- ईंधन क्षमता: एक बार ईंधन भरने के बाद 15,000 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक उड़ान भर सकता है।
- इंजन: प्लेन में 4 GEnx-2B टर्बोफैन इंजन, ग्लास कॉकपिट, नेविगेशन सिस्टम है, काउंटरमेजर्स्र इंफ्रारेड जैमर लगे हैं।
- ईंधन की खपत: इस विमान में ईंधन की खपत कम होती है।
- साउंड और कार्बन उत्सर्जन: पुराने मॉडल से बेहतर
- स्पेशली मिलिट्री ग्रेड कम्युनिकेशन सिस्टम: रडार ब्लाइंड स्पेस, जैमिंग तकनीक और न्यूक्लियर अटैक सर्वाइवल सिस्टम से लैस किया जाएगा।