अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद भी भारत डटा हुआ है। इस बीच जर्मन अखबार Frankfurter Allgemeine Zeitung (FAZ) ने बड़ा दावा किया है। अखबार का दावा है कि हाल के कई हफ्तों में ट्रंप ने PM मोदी से बात करने की कोशिश की है, लेकिन बात नहीं बनी। अखबार ने यहां तक दावा किया है कि पीएम मोदी ने ट्रंप की कॉल को रिसीव तक नहीं किया है।
अखबार ने दावा किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सभी विरोधी देशों को टैरिफ लगाकर एक तरह से झुका लिया है, लेकिन भारत अभी भी उनके सामने खड़ा है। भारत इस मामले में अमेरिका को जवाब देने की स्थिति में है। यह दर्शाता है कि भारत ने ट्रम्प के टैरिफ दबाव के बावजूद अपने रुख को मजबूत रखा है और टैरिफ विवाद में डटा हुआ है।
ट्रंप ने की कई बार बात करने की कोशिश
जर्मन अखबार ने लिखा कि पीएम मोदी का यह रवैया उनके गुस्से और सतर्कता, दोनों को दर्शाता है। ट्रंप ने तब फोन करने की कोशिश की थी जब उनकी सरकार ने भारत पर 50% टैरिफ लगाया था, जो ब्राजील के अलावा किसी और देश पर नहीं लगाया गया था। बर्लिन स्थित ग्लोबल पब्लिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट के सह-संस्थापक थॉर्स्टन बेनर ने भी यह रिपोर्ट साझा की और दावा किया कि पीएम मोदी ने ट्रंप के फोन नहीं उठाए।
17 जून को 35 मिनट तक हुई थी बात
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि पीएम मोदी और ट्रंप के बीच आखिरी बार फोन पर 17 जून को बातचीत हुई थी। यह बातचीत करीब 35 मिनट तक चली थी और इसमें आतंकवाद से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई थी। वहीं जर्मन अखबार के दावे को लेकर अभी तक विदेश मंत्रालय की तरफ कोई बयान नहीं आया है।










