TrendingMCD ElectionSanchar Saathiparliament winter session

---विज्ञापन---

’20 महीने से स्कूल बंद, हजारों लोगों की मौत’, फिलिस्तीन में शांति के लिए भारत के 4 सुझाव

Palestine-Israel War: इजराइल और फिलिस्तीन की जंग सालों से जारी है। इजराइल के हमलों में सबसे ज्यादा गाजा को नुकसान हुआ है। इन हमलों में सबसे ज्यादा बच्चों और महिलाओं की मौतें हुई हैं। इस पर संयुक्त राष्ट्र उच्च स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में राजदूत हरीश पी. ने अपनी बात रखी।

Photo Credit- X

Palestine-Israel War: फिलिस्तीन और इजराइल की जंग को रोकने के लिए कई देशों ने चिंता जताई है, क्योंकि इस जंग से फिलिस्तीन में भारी तबाही देखने को मिली है। अक्सर रिपोर्ट्स सामने आती हैं कि इजराइल के हमलों में गाजा के हालात खराब होते जा रहे हैं। वहां पर मानवीय संकट बढ़ता जा रहा है। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र उच्च स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत हरीश पी. ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच जंग रोकने के लिए कुछ सुझाव भी दिए। साथ ही राजदूत ने गाजा में बुनियादी चीजों की कमी पर भी चिंता जताई।

जंग रोकने के लिए क्या जरूरी?

संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन में शांतिपूर्ण समाधान और दो-राज्य समाधान के कार्यान्वयन पर बात की गई। जिसमें भारत के राजदूत हरीश पी. ने कहा कि 'हमारी कोशिश अब इस बात पर होनी चाहिए कि कैसे उद्देश्यपूर्ण बातचीत और कूटनीति के जरिए समाधान लाया जाए।' उन्होंने आगे कहा कि 'इसके लिए इजराइल और फिलिस्तीन को एक-दूसरे के साथ सीधे जुड़ने के लिए लाया जाए।' इस दौरान, गाजा में चिकित्सा सुविधाएं खत्म हो चुकी हैं। बच्चों को स्कूल गए हुए 20 महीने से ज्यादा का समय हो गया है। इसको देखते हुए कहा गया कि अगर जल्दी से कोई कदम नहीं उठाया गया तो वहां पर हालात और भी ज्यादा बदतर हो सकते हैं।

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें: फिलिस्तीन के राष्ट्रपति ने PM मोदी को लिखा पत्र, महमूद अब्बास ने युद्धविराम को लेकर की बड़ी अपील

---विज्ञापन---

भारत ने कौन से 4 सुझाव दिए?

भारत की तरफ से राजदूत ने सम्मेलन में संबोधित करते हुए जंग को रोकने के कुछ सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि शांति के लिए तुरंत सीजफायर का ऐलान किया जाना चाहिए। इसके साथ ही गाजा में जिंदगी की जंग लड़ रहे लोगों को अभी भी बहुत सी बुनियादी चीजों की जरूरत है। उनको मानवीय सहायता पहुंचाई जानी चाहिए। जो भी बंधक हैं उनकी तुरंत रिहाई की जाए, जिससे शांति की तरफ एक कदम बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि ये सब तभी संभव है जब दोनों देश एक दूसरे से बातचीत करेंगे और कूटनीतिक रास्ते को अपनाएंगे।

हरीश पी. ने कहा कि भारत की ये इच्छा है कि मध्य पूर्व में शांति कायम रहे। इसके लिए हमारा देश पूरी तरह से मदद करने के लिए तैयार है। साथ ही उन्होंने उन देशों की भी बात की जिन्होंने गाजा में मानवीय सहायता भेजने के लिए कदम उठाए हैं।

ये भी पढ़ें: कौन था हमास कमांडर Bashar Thabet? जिसकी इजराइली हमलों में हुई मौत, IDF ने 75 जगहों पर किए हमले


Topics:

---विज्ञापन---