Sudan Conflict: सूडान में गृहयुद्ध के बीच फंसे भारतीयों को निकालने के लिए मोदी सरकार के ऑपरेशन कावेरी ने तेजी पकड़ी है। मंगलवार को भारतीयों का पहला जत्थ सऊदी अरब के जेद्दा के लिए नौसेना के जहाज आईएएन सुमेधा (INS Sumedha)से रवना हो गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आईएनएस सुमेधा पर सवार भारतीयों की तस्वीरें ट्वीट कीं। इस दौरान कुछ लोगों ने सरकार को धन्यवाद दिया तो कई हाथों में तिरंगा थामे नजर आए।
अरिंदम बागची ने बताया कि सूडान में फंसे हुए भारतीयों का पहला जत्था ऑपरेशन कावेरी के तहत रवाना हुआ। आईएनएस सुमेधा 278 लोगों के साथ पोर्ट सूडान से जेद्दा जा रहा है। इनमें कई बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं।
भारत ने ऑपरेशन कावेरी के तहत जेद्दा में दो सी-130जे सैन्य परिवहन विमान और पोर्ट ऑफ सूडान में आईएनएस सुमेधा को तैनात किया था। जेद्दा पहुंचने के बाद भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा। पूरे सूडान में लगभग 3,000 भारतीय रहते हैं। पीएम मोदी ने सूडान में भारतीयों को निकालने के लिए प्लान तैयार करने का निर्देश दिया था।
सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच युद्ध जारी है। राजधानी खार्तूम में कई स्थानों से भीषण जंग हुई है। इससे सुरक्षा की स्थिति अस्थिर बनी हुई है। 72 घंटे के युद्धविराम के बाद भी जगह-जगह हिंसा हुई। 15 अप्रैल से शुरू हुई जंग में अब तक 400 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। जबकि तीन हजार से अधिक लोग घायल हैं।
समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि 72 घंटों के लिए संघर्ष विराम के समझौते के बावजूद आज खार्तूम के कुछ हिस्सों में छिटपुट गोलाबारी हुई।