म्यांमार की मदद के लिए पहला C130 विमान म्यांमार के नेपीडॉ में उतरा। NDRF टीम का स्वागत भारतीय राजदूत और म्यांमार MOFA में राजदूत माउंग माउंग लिन ने किया। भारत बचाव कर्मियों को भेजने वाला पहला देश है। भूकंप के बाद हवाई अड्डा अभी भी पूरी तरह से चालू नहीं है। NDRF टीम कल सुबह-सुबह मांडले के लिए रवाना होगी और भारतीय NDRF बचाव दल बचाव कार्यों के लिए मांडले पहुंचने वाला पहला बचाव दल होगा।
म्यांमार और थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में शुक्रवार को आए विनाशकारी भूकंप ने भीषण तबाही मचाई। म्यांमार में शुक्रवार सुबह करीब 11:50 बजे 7.7 की तीव्रता का भूकंप आया। इसके झटके भारत, थाईलैंड, बांग्लादेश, चीन, वियतनाम में महसूस किए गए। भारी तबाही को देखते हुए थाईलैंड की प्रधानमंत्री पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा ने देश में इमरजेंसी की घोषणा कर दी। दोनों देशों में ताजा हालातों के लाइव अपडेट्स के लिए बने रहें News24 के साथ…
म्यांमार भूकंप में मरने वालों की संख्या 1644 तक पहुंच गई है। मृतकों का आंकडा लगातार बढ़ता जा रहा है और बचाव राहत कार्य में तेजी आने से मलबे के नीचे लोग मिल रहे हैं। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ रही है।
म्यांमार को भेजी गई राहत सामग्री के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि आज सुबह एक विमान ने उड़ान भरी और फिर दो और विमान खोज और बचाव दल अन्य आवश्यक आपूर्ति लेकर उड़ान भरेंगे। शाम को दो और विमान उड़ान भरेंगे, जब फील्ड अस्पताल को एयरलिफ्ट किया जाएगा, जिससे फिलहाल विमानों की संख्या पांच हो जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से बात की और ट्वीट लिखा कि विनाशकारी भूकंप में जानमाल के नुकसान पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। एक करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, भारत इस मुश्किल घड़ी में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। उन्होंने कहा कि आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज और बचाव दल ऑपरेशन ब्रह्मा के रूप में प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजे जा रहे हैं।
Prime Minister Narendra Modi tweeted, "I spoke with Senior General Min Aung Hlaing of Myanmar. We conveyed our deep condolences on the loss of lives in the devastating earthquake. As a close friend and neighbour, India stands in solidarity with the people of Myanmar in this… pic.twitter.com/gpfgQg0Myx
— ANI (@ANI) March 29, 2025
एक पर्यटक जॉन ने बताया कि कहता है, "मैं वास्तव में चाइनाटाउन में था, अचानक फर्श हिलने लगा, इसलिए मैं नीचे देख रहा था। हर कोई चिल्लाने लगा तो मैं घबरा गया। हर कोई छोटे संकीर्ण मार्गों से बाजार से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था। हम सभी बहुत डरे हुए थे, भाग रहे थे, चिल्ला रहे थे, इमारत से बाहर निकलने के लिए धक्का दे रहे थे। चाइनाटाउन के उस बाजार में कुछ भी नहीं हुआ। लेकिन इमारत ढहती नजर आई। यह निर्माणाधीन इमारत थी और मेरा अनुमान है, 30-मंजिल ऊंची थी। हमने ढहने की तस्वीरें देखी हैं, इसलिए मुझे यकीन है कि इस मलबे के नीचे बहुत सारे लोग होंगे।
#watch | Bangkok, Thailand | A tourist, John, says, "I was actually in Chinatown, which is another place to shop. All of a sudden, the floor started moving, so I was looking down, and then everybody started screaming, panicking, and everybody tried to exit the market in these… https://t.co/ieSt877QhW pic.twitter.com/gKiWp0YyRk
— ANI (@ANI) March 29, 2025
बैंकॉक से लौटे एक भारतीय यात्री दिलीप अग्रवाल ने वहां के हालातों के बारे में बताया। उनका कहना है कि भूकंप बहुत तेज़ था। हम एक मॉल में थे, सभी लोग घबराकर भागने लगे। हमने एक इमारत को गिरते देखा। बैंकॉक में लोग डरे हुए हैं।
#watch | Delhi: Myanmar-Thailand earthquake | A passenger coming from Bangkok, Dilip Agarwal, says, "The earthquake was massive. We were at a mall, everyone started running in panic. We saw a building collapse. The people in Bangkok are scared..." pic.twitter.com/Y75uoqfrdd
— ANI (@ANI) March 29, 2025
बैंकॉक से लौटे भारतीय यात्री आलोक मित्तल ने भूकंप के बाद देश के ताजा हालातों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि बैंकॉक में स्थिति काफी खतरनाक थी। सौभाग्य से हम मॉल के ग्राउंड फ्लोर पर थे। सभी दुकानदार मॉल से बाहर चले गए थे। हम 6 घंटे तक सड़कों पर बैठे रहे। हमने तुरंत फ्लाइट बुक की और वापस भारत आ गए।
#watch | Delhi: Myanmar-Thailand earthquake | A passenger coming from Bangkok, Alok Mittal, says, "The situation was dangerous. Luckily, we were on the ground floor of the mall. All the shopkeepers went out of the mall. We were sitting on the streets for 6 hours... We immediately… pic.twitter.com/s8x6IXRTNX
— ANI (@ANI) March 29, 2025
मलेशिया रविवार को म्यांमार के यांगून में 50 सदस्यीय मानवीय सहायता और आपदा राहत दल तैनात करेगा, जिसका नेतृत्व एक सैन्य टुकड़ी के कमांडर और 49 बचावकर्मी करेंगे। यह पहले से नियोजित चरणबद्ध तैनाती की जगह लेगा। यांगून में मलेशिया का विदेश मंत्रालय और दूतावास व्यवस्थाओं को सुगम बना रहा है और जमीनी स्तर पर संचालन में सहायता करेगा। मलेशिया की सरकार ने कहा कि वह यांगून में आपदा राहत दल तैनात करेगी, क्योंकि उस देश, थाईलैंड और दक्षिणी चीन के कुछ हिस्सों में भीषण भूकंप आए हैं, जिसमें 150 से अधिक लोग मारे गए और कई लोग मलबे में दब गए।
थाईलैंड में आने वाले पर्यटकों में भारतीय पर्यटकों की संख्या बहुत ज़्यादा है। जैसे ही देश में भूकंप के घातक प्रभाव महसूस किए गए, वे भारत लौटने लगे। शुक्रवार की रात को बैंकॉक से कोलकाता एयरपोर्ट पर यात्री वापस भारत आने लगे। रंजन बनर्जी नामक एक यात्री ने अपने अनुभव के बारे में बताया और बैंकॉक की मौजूदा स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति सामान्य है, लेकिन जब भूकंप महसूस किया गया तो मॉल और दफ़्तर खाली करवा दिए गए। अभी स्थिति सामान्य है, लेकिन जब भूकंप आया, तो आपातकालीन स्थिति थी। मॉल और दफ़्तर खाली करवा दिए गए। मेट्रो रेल सिस्टम बंद कर दिया गया। उन्होंने गगनचुंबी इमारतों को हिलते और इनफिनिटी पूल से पानी निकलते देखा।
चीन और रूस ने म्यांमार में बचाव दल भेजे हैं, जो एक शक्तिशाली भूकंप से हिल गया है और जिससे व्यापक क्षति हुई है। शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि चीन के युन्नान प्रांत से 37 सदस्यीय टीम शनिवार तड़के यांगून शहर पहुंची। टीम अपने साथ लाइफ डिटेक्टर, भूकंप की पूर्व चेतावनी सिस्टम और ड्रोन जैसी आपातकालीन राहत सामग्री लेकर आई है। रूस के आपात स्थिति मंत्रालय ने 120 बचाव दल और आपूर्ति ले जाने वाले 2 विमान भेजे हैं। मास्को के बाहर ज़ुकोवस्की हवाई अड्डे से दोनों विमान म्यांमार के लिए रवाना हुए।
जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने शक्तिशाली भूकंप के बाद म्यांमार और थाईलैंड के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है, जिसमें 150 से अधिक लोग मारे गए। इशिबा ने शुक्रवार को भेजे संदेश में कहा कि मध्य म्यांमार में भूकंप से हुए महत्वपूर्ण नुकसान के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। प्रभावित लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। उन्होंने शीघ्र स्वस्थ होने की आशा व्यक्त की और इस कठिन समय में म्यांमार के साथ जापान की एकजुटता का वचन दिया और कहा हम अपने करीबी मित्र म्यांमार के लोगों के साथ खड़े हैं।
चीन ने घातक भूकंप से दहले म्यांमार को मानवीय सहायता देने का वादा किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के एक बयान में पुष्टि की गई है कि देश बचाव और राहत प्रयासों में मदद करने के लिए अपना पूरा समर्थन देने के लिए तैयार है। प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन मानवीय सहायता और सहायता प्रदान करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करने के लिए चीन तैयार हैं। प्रवक्ता ने म्यांमार के प्रति गहरी सहानुभूति भी व्यक्त की, दोनों देशों के बीच मजबूत "पौक-फॉ" दोस्ती पर प्रकाश डाला, जो एक शब्द है, जो उनके ऐतिहासिक घनिष्ठ संबंधों को दर्शाता है।
दक्षिण पूर्व एशिया में आए घातक भूकंप को देखते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने म्यांमार और थाईलैंड की मदद करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय विकास के लिए अमेरिकी एजेंसी (USAID) और विदेश विभाग में की गई भारी कटौती का असर राहत प्रयासों में बाधा डाल सकता है, लेकिन हम मदद करने जा रहे हैं। हमने पहले ही लोगों को सचेत कर दिया है। इस बीच, विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि प्रशासन लोगों से अनुरोधों के आधार पर अपनी प्रतिक्रिया निर्धारित करेगा।
भारत ने भूकंप प्रभावित म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री भेजी है। भारत सरकार ने शनिवार अलसुबह भूकंप प्रभावित म्यांमार के लिए सैन्य परिवहन विमान के जरिए लगभग 15 टन राहत सामग्री रवाना की। भारतीय वायुसेना का एक C-130J विमान ने हिंडन वायुसेना स्टेशन से टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, खाने के लिए तैयार भोजन, वाटर प्यूरीफायर, सोलर लैंप, जनरेटर सेट और दवाओं सहित आवश्यक आपूर्ति के साथ उड़ान भरी।
Approximately 15 tonnes of relief material is being sent to Myanmar on an IAF C 130 J aircraft from AFS Hindon, including tents, sleeping bags, blankets, ready-to-eat meals, water purifiers, hygiene kits, solar lamps, generator sets, essential Medicines (Paracetamol, antibiotics,… pic.twitter.com/A2lfqfPLvF
— ANI (@ANI) March 29, 2025
28 मार्च दिन शुक्रवार को सुबह करीब 12 बजे आए 7.7 की तीव्रता वाले भूकंप ने तबाही मचाई। इसके बाद दिनभर ऑफ्टरशॉक लगते रहे। वहीं देररात करीब 11:56 बजे म्यांमार में फिर भूकंप के झटके लगे, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई। म्यांमार में भूकंप से कम से कम 150 लोग मारे गए हैं। इमारतें, पुल, मठ, मस्जिद समेत कई लोगों के घर ढह गए हैं।
EQ of M: 4.2, On: 28/03/2025 23:56:29 IST, Lat: 22.15 N, Long: 95.41 E, Depth: 10 Km, Location: Myanmar. For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/VPmoEokiZI
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) March 28, 2025