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History: 28 हजार फीट की ऊंचाई, क्या थी पायलट की वो छोटी सी गलती? मारे गए थे 47 लोग

kegworth Boeing Plane Accident Case: 8 जनवरी 1989 को एक हादसा पायलट की गलती के कारण हुआ था। पायलट को जैसे ही धुएं की गंध आई, वह ये डिसाइड नहीं कर पाया कि किस इंजन में आग लगी है। जिसके कारण फ्लाइट को इमरजेंसी लैंड करना पड़ा था। लेकिन फ्लाइट में विस्फोट हो गया।

UK News: यूके के लीसेस्टरशायर में केगवर्थ के निकट 8 जनवरी 1989 को एम1 मोटरवे पर बोइंग 737 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दुर्घटना का कारण विमान के इंजन में आई खराबी थी। शाम को 7 बजकर 52 मिनट पर ब्रिटिश मिडलैंड बोइंग 737-4Y0 G-OBME ने लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। ये फ्लाइट बेलफास्ट जानी थी। लगभग उड़ान भरने के 33 मिनट बाद लीसेस्टरशायर के केगवर्थ के पास हुए हादसे में 47 लोग मारे गए थे। विमान में 126 लोग सवार थे। उड़ान भरने के 13 मिनट बाद पायलट विमान को 28300 फीट की ऊंचाई पर ले जा रहे थे। जिसके कारण विमान का इंजन 1 के पंखे के पैनल का ब्लेड अलग हो गया था। जिसके कारण कॉकपिट में धुएं की गंध आने लगी। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के अनुसार पंखे के फड़फड़ाने के कारण विमान का हवा में रह पाना आसान नहीं था। खराबी के सिर्फ 8 सेकंड में पायलट ने विमान पर नियंत्रण ले लिया था।

विमान की स्पीड तुरंत की गई कम

ऑटोपायलट मोड बंद हो चुका था। पायलट को स्पष्ट पता नहीं चल पा रहा था कि क्या हुआ है? विमान के कप्तान हंट ने सोचा कि केबिन का AC इंजन 2 से कनेक्ट है। लेकिन यह इंजन 1 से कनेक्ट था। जिसके बाद बिना जांचे परखे इंजन दो को बंद करने का गलत फैसला लिया गया। ताकि विमान की स्पीड कम की जा सके। विमान की इमरजेंसी लैंडिंग का फैसला लिया गया। इंजन के बारे में पायलट को ज्ञान इसलिए नहीं था, क्योंकि बिना किसी ट्रायल के फिट किया गया था। जिसके कारण कैप्टन हंट ने गलती से क्षतिग्रस्त इंजन में भी इंधन भर दिया।

होश आया तो पता लगी मंगेतर की मौत की बात

इसकी वजह से आग लग गई। विमान गिर सकता था। लेकिन पायलट ने केगवर्थ शहर को बचा लिया। इसके बाद इसे एम1 मोटरवे पर उतारा गया, जब वहां कोई व्हीकल नहीं था। हादसे में जिंदा बचे ब्रिटिश सेना के पूर्व ड्राइवर डेविड वार्ड बताते हैं कि तब वे 24 साल के थे। फ्लाइट में अपनी 22 साल की मंगेतर जूडिथ पैटिसन के साथ बेलफास्ट ड्यूटी पर जा रहे थे। शादी को लेकर उत्साहित थे कि अचानक विस्फोट हुआ। 3 सप्ताह बाद उनको अस्पताल में होश आया। तब पता लगा कि मंगेतर दुनिया में नहीं है। उसका अंतिम संस्कार भी हो चुका है। हादसे से पहले गर्मियों में एक द्वीप पर मंगेतर को प्रपोज किया था। यह भी पढ़ें:इजराइल की जेलों में फिलिस्तीनी कैदियों से जुल्म, महिला सैनिक करती थीं रेप! ब्रिटिश मिडलैंड्स फ्लाइट 92 को केगवर्थ हवाई दुर्घटना के रूप में जाना जाता है। इससे पहले लीबिया में आतंकवादियों ने स्कॉटलैंड के लॉकरबी के ऊपर पैन एम जेट को हाईजैक किया था।विमान एकदम तेजी से हिलने लगा था। लोगों को समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है। 59 साल के डेविड बताते हैं कि लोगों में चीख पुकार मच गई थी। यात्रियों ने जोरदार धमाके के बाद चिंगारियां देखीं। कैप्टन हंट को पता ही नहीं लगा कि विमान का कौन सा इंजन खराब है? डेविड बताते हैं कि कप्तान ने उनको क्रैश लैंडिंग के लिए तैयार रहने को कहा। जिसके बाद वे लोग घबरा गए।

देखते ही देखते दो टुकड़ों में बंट गया विमान

विमान पहले जमीन से टकराया और फिर मोटरवे के दूसरी तरफ तटबंध से। इसके बाद दो हिस्सों में बंट गया। लोगों ने विमान को सड़क पर देख अपने वाहन रोक दिए थे। हादसे के बाद 74 एंबुलेंस घायलों को 4 अस्पतालों में लेकर गईं। विमान की सभी खिड़कियां हादसे के बाद खुल गईं। जिससे भारी सामान लोगों के ऊपर ही गिर गया। इसकी वजह से भी कई चोटिल हुए। अस्पताल में उनका एक पैर काटना पड़ा। वे 3 सप्ताह तक कोमा में रहे। 39 लोगों की मौत मौके पर हुई थी। जबकि 8 की बाद में। कैप्टन हंट काफी सीनियर पायलट थे, जिनके पास 13 हजार से ज्यादा घंटों का अनुभव था। हादसे को 35 साल हो चुके हैं। लेकिन उसकी यादें आज भी जेहन में हैं। यह भी पढ़ें:9 साल की बेट‍ियां बनेंगी दुल्‍हन! इस मुस्‍ल‍िम देश ने आख‍िर क्‍यों बना डाला नया कानून? यह भी पढ़ें:‘भारत के दलाल…’, भीड़ ने पीट-पीटकर की युवकों की हत्या; ब्रिज से लटका दिए शव…जानें वायरल वीडियो की सच्चाई


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