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वर्ल्ड वार-3 के लिए जिम्मेदार होंगे ये 8 किरदार… इनका दिमाग खिसका, तो धरती से मिट जाएगा इंसान का वजूद!

Israel Hamas conflict 8 world leaders will be responsible for World War 3: जिन आठ किरदारों की हम बात कर रहे हैं, उनकी सनक से पूरी दुनिया वाकिफ है।

Israel Hamas conflict 8 world leaders will be responsible for World War 3: इजराइल-हमास में जंग को 18 दिन गुजर चुके हैं। इस दौरान बार-बार वर्ल्ड वार-3 का जिक्र होता रहा है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जाता रहा है कि इजराइल-हमास जंग ने तीसरे विश्व युद्ध का प्लॉट तैयार कर दिया है। जंग को लेकर पहले ही दुनिया दो हिस्सों में बंट चुकी है। कुछ देश इजराइल तो कुछ फिलिस्तीन के समर्थन में हैं। इन देशों में से कुछ देशों के मुखिया ऐसे हैं, जिनका दिमाग अगर थोड़ा सा भी खिसका तो फिर पूरी दुनिया एटमी की आग में जल सकती है। अगर ऐसा हुआ तो धरती से इंसानों का वजूद मिटने में जरा भी देर नहीं लगेगी। जिन आठ किरदारों की हम बात कर रहे हैं, उनकी सनक से पूरी दुनिया वाकिफ है। पूरी दुनिया ये भी जानती है कि ये आठों किरदार ऐसे हैं, जो जंग जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। आखिर कौन हैं, वो 8 किरदार...चलिए आपको मिलवाते हैं।

किरदार नंबर-1: हमास

7 अक्टूबर 2023, ये वो तारीख है जिसे इतिहास में याद किया जाएगा, क्योंकि ये वो दिन है, जिसने दुनिया में विश्व युद्ध की चिंगारी को भड़का दिया है। अब तक दुनिया रूस-यूक्रेन जंग, नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन, चीन-ताइवान टेंशन से परेशान थी, लेकिन अब जो युद्ध की चिंगारी, आतंकी संगठन हमास ने इजराइल पर हमला करके भड़काई है, उसे दुनिया में विनाश के दस्तक के तौर पर देखा जा रहा है। कुछ चुनिंदा देशों को अगर छोड़ दिया जाए, तो पूरी दुनिया इस हमले की निंदा कर रही है। हमास का कहना है कि उसका ये हमला इजराइली पुलिस के येरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को अपवित्र करने का बदला है, जो इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद पर ग्रेनेड फेंककर किया था। हमास के सपोर्ट में जहां हिजबुल्लाह, हूती जैसे आतंकी संगठन हैं, तो ईरान जैसा शक्तिशाली देश भी इजराइल के खिलाफ मोर्चा खोलने की धमकी दे चुका है। वहीं, दुनिया का सबसे शक्तिशाली कहा जाने वाला देश अमेरिका, इजराइल के साथ खड़ा है, जो किसी भी वक्त, हमास तो क्या, दुनिया के मानचित्र से किसी भी मुल्क का वजूद मिटा सकता है। हमास के उकसावे से शुरू हुए इस जंग में अब तक दोनों ही तरफ से कई हजार लोगों की जान जा चुकी हैं। उत्तरी गाजा का एक बड़ा हिस्सा तो तकरीबन जमींदोज हो चुका है, जिसे देखकर दुनिया के कई इस्लामिक देशों का गुस्सा भी भड़क रहा है। अगर हमास के आतंकियों ने गाजा में घुटने नहीं टेके और इजराइल इसी तरह हमला करता रहेगा और ऐसे में अगर इस जंग में और नया मोर्चा खुला, तो इसमें शक नहीं कि दुनिया बहुत जल्द एटमी आग में जल सकती है।

क्या है हमास ?

  • हमास फिलिस्तीन का आतंकी संगठन है जिसकी स्थापना 1987 में हुई
  • हमास की राजनीतिक और सशस्त्र इकाइयां हैं, जो इजराइल पर हमला करने के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार है
  • इसे गाजा पट्टी में इजराइल के कब्जे का विरोध करने के लिए बनाया गया, जिसके निशाने पर यहूदी समुदाय के लोग होते हैं
  • हमास ने इससे पहले सबसे बड़ा हमला 1996 में किया था जिसमें 60 इजराइली लोग मारे गए थे
  • माना जाता है कि इसे फंडिंग कतर से मिलती है और कुछ फंडिंग गाजा पट्टी से टैक्स वसूलकर आती है
  • ईरान जैसे कट्टर इस्लामिक देश भी हमास को समर्थन देते हैं और उसे फंडिंग करते हैं
  • हमास इसराइल को मान्यता नहीं देता और यह पूरे फिलस्तीनी क्षेत्र में इस्लामी राष्ट्र की स्थापना करना चाहता है।
जाहिर है, आतंकी संगठन हमास बस एक नाम है। इसके पीछे दुनिया के वो इस्लामिक कट्टर देश काम कर रहे हैं, जो धर्म के नाम पर दुनिया को वर्ल्ड वार 3 की एटमी आग में झोंक देना चाहते हैं।

किरदार नंबर-2: इजराइल

पूरी दुनिया हमास-इजराइल जंग के लिए हमास को जिम्मेदार मान रही है, लेकिन कहीं ना कहीं ये भी कहा जा रहा है यहूदी राष्ट्र इजराइल भी दुनिया में थर्ड वर्ल्ड वॉर की आशंका को बल देने के लिए उतना ही जिम्मेदार है, जितना कि आतंकी संगठन हमास। हमास के हमले के बाद, जिस तरह से इजराइल लगातार बीते 7 अक्टूबर के बाद से ही गाजा पट्टी पर हमला कर रहा है, उसमें अब तक गाजा पट्टी में रहने वाले 4 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। दुनिया के कई देशों ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर आरोप लगाया है कि इजराइल इस बात को जानते हुए कि हमास के आतंकी, गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनी रिफ्यूजी को ह्यूमन शील्ड की तरह इस्तेमाल करते हैं, फिर भी वो आम नागरिकों को निशाना बना रहा है। इतना ही नहीं, इजरायल की तरफ से, गाजा के उत्तरी हिस्से में रह रहे 11 लाख फिलिस्तीनियों को इलाका खाली करने का आदेश और वहां इजराइली सेना की तरफ से की जा रही सैन्य कार्रवाई को भी वार क्राइम के तौर पर बताया जा रहा है, लेकिन इजराइल किसी भी सूरत में हमास का वजूद मिटाए बगैर पीछे हटने को तैयार नहीं है। इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ऐलान कर दिया है कि वो जब तक हमास के आखिरी आतंकी का भी सफाया नहीं कर देंगे, इजराइली सेना अपने हमले नहीं रोकेगी।

इजराइल के पास सैन्य शक्ति का खजाना

  • इजराइल के पास कुल 6.46 लाख सैनिक हैं
  • इजराइल के पास 601 एयरक्राफ्ट्स
  • इजराइल के पास 241 फाइटर जेट्स हैं
  • इजराइल के पास 5 सबमीरन हैं
  • इसराइल के पास 7 छोटे युद्ध पोत हैं
  • इजराइल के पास 56, 290 बख्तरबंद गाड़ियां हैं
  • इजराइल के पास 2200 टैंक हैं
  • इजराइल के पास 90 से लेकर 200 परमाणु हथियार है।

किरदार नंबर-3: हिजबुल्ला

जंग हमास और इजराइल के बीच छिड़ी है, लेकिन इजराइल पर मिसाइल, युद्ध के तीसरे फ्रंट से हिजबुल्लाह दाग रहा है। 7 अक्टूबर से फिलिस्तीन के हथियार बंद हमास और इजराइल के बीच खूनी जंग जारी है, लेकिन अब इस लड़ाई का रुख गाजा से लेबनान की तरफ भी मुड़ता हुआ दिख रहा है। लेबनान की सीमा पर अब मोर्चा आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने संभाल लिया है। हिजबुल्लाह सिर्फ फायरिंग ही नहीं कर रहा, बल्कि वो इजराइल पर रॉकेट भी दाग रहा है, इजराइली सेना पर एंटी टैंक हथियारों से अटैक कर रहा है। हमास-इजराइल के बीच जारी जंग में हिजबुल्लाह की एंट्री से इजराइल के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है, क्योंकि हमास ने सिर्फ गाजा पट्टी से हमला किया है, जबकि हिजबुल्लाह, चार देशों (सीरिया, लेबनान, जॉर्डन और फिलिस्तीन) से इजराइल पर अटैक कर सकता है और अगर ऐसा हुआ, तो इसमें शक नहीं कि इजराइल और हमास से भी बड़ा युद्ध, इन मोर्चों पर छिड़ सकता है और दुनिया के एटमी आग में जलने का खतरा बड़ा हो सकता है।

हिजबुल्ला की सैन्य शक्ति कितनी खतरनाक?

  • हिजबुल्लाह के पास 1 लाख लड़ाके हैं
  • हिजबुल्लाह 2006 में भी इजराइल की सीमा में घुस कर 35 दिनों तक युद्ध कर चुका है
  • साल 2006 में इजराइल के 150 लोगों की हत्या की थी
  • हिजबुल्ला ने उस वक्त भी इजराइल पर सैंकड़ों रॉकेट दागे थे।

कौन है हिजबुल्लाह?

  • लेबनान का आतंकी संगठन
  • ईरान समर्थित आतंकी संगठन के तौर पर पहचान मिली
  • 1982 में इजराइल ने लेबनान पर हमला किया था
  • लेबनान पर हमले के बाद अस्तित्व में आया हिज़बुल्लाह
  • 1985 में आधिकारिक रूप से स्थापना हुई
  • ईरान ने इजराइल के खिलाफ इस्तेमाल करना शुरू किया
  • हिज़बुल्लाह के आतंकी लगातार इजराइल पर हमला करते रहे हैं।

किरदार नंबर-4: व्लादिमीर पुतिन

दुनिया में एंग्री मैन के नाम से मशहूर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एटमी बम फोड़ने का सबसे बड़ा दावेदार माना जाता रहा है। पुतिन ने यूक्रेन में ताबड़तोड़ हमला कर रिहर्सल तो कर लिया है, लेकिन अब वो तीसरे विश्वयुद्ध के मूड में हैं। कब कहां कैसे वो एटमी हमला करेंगे ये कोई नहीं जानता, लेकिन ये बात तो तय है कि पुतिन ये करके ही मानेंगे। पुतिन के जखीरे में हर वो हथियार मौजूद हैं, जो दुनिया में ऐसी तबाही ला सकता है, जो हिरोशिमा और नागासाकी से 100 गुना ज्यादा विध्वंसक होगी। पुतिन के एक वार से पूरा का पूरा एक देश नक्शे से गायब हो सकता है।

पुतिन के पास 'शैतान' जैसे हथियार

  • पुतिन के पास सरमट मिसाइल है, जो 7 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से हमला करती है
  • सरमट 18 हजार किलोमीटर दूर तक महाविनाश ला सकती है
  • सरमट मिसाइल 200 टन से ज्यादा वजन के हथियार और न्यूक्लियर वॉरहेड्स ले जा सकती है
  • इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि सरमट एक साथ 10 से ज्यादा वॉरहेड्स को कैरी कर सकती है
  • इसके अलावा रूस का ये हथियार रडार और ट्रैकिंग सिस्टम को भी चकमा देने में माहिर है
इस शैतान मिसाइल की ताकत ऐसी ही है कि इसके जरिए रूस अमेरिका के एक-एक शहर को 20 बार तबाह कर सकता है और इसे खोजने या पकड़ने के लिए अमेरिका को अपनी 500 मिसाइलें लगानी पड़ेंगी। इसके अलावा रूस के पास, इस्कंदर मिसाइल है। यूक्रेन आज अगर ये तबाही देख रहा है तो उसके पीछे इसी इस्कंदर का हाथ है। रूस की इस हाइपरसोनिक मिसाइल ने यूक्रेन को जमकर बर्बादी बांटी है। इसके अलावा भी रूस के पास किंझल हाइपरसोनिक मिसाइल जैसे हथियार भी हैं, जो एक घंटे के भीतर दुनिया के किसी भी कोने में हमला कर सकती है।

किरदार नबंर- 5: वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की

वर्ल्ड वॉर का अगला किरदार ये वो शख्स है जिसने पुतिन के टेंशन का मीटर हाई कर रखा है, नाम है वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की। यूक्रेन के राष्ट्रपति को रूस से जंग में अमेरिका और पश्चिमी देशों का साथ मिल रहा है और सैन्य साजो सामान भी जिसके दम पर वो पुतिन को परेशान कर रहे हैं। जेलेंस्की को भी वर्ल्ड वॉर छेड़ने का बड़ा दावेदार माना जा रहा है, क्योंकि यूक्रेन को अमेरिका से लेकर नाटो देशों का साथ मिल रहा है। साथ ही पश्चिमी देश लगातार जेलेंस्की हथियार मुहैया करा रहे हैं, जिससे पुतिन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। पुतिन लगातार जेलेंस्की को चेतावनी दे रहे हैं कि वो सुधर जाएं और नाटो देशों से अपनी करीबी खत्म कर लें, लेकिन वो मानने को तैयार नहीं हैं। एक तरफ पुतिन चेतावनी दे रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जेलेंस्की भी लगातार दुनिया से मदद की अपील कर पुतिन के हर वार का जवाब देकर, उल्टा उन्हें खुली चुनौती दे रहें हैं।

यूक्रेन के पास ये हथियार

  • M142 HIMARS रॉकेट सिस्टम
  • एम777 होवित्जर
  • एंटी एयर डिफेंस सिस्टम
  • M57 मोर्टार
  • MT-LB मल्टीपर्पस आर्मर्ड पर्सनल व्हीकल
  • 15 हैवी मशीन गन
  • AK-176M गन माउंट
  • पैराशूट सिस्टम।

किरदार नंबर -6: किम जोंग उन

दुनिया को वर्ल्ड वॉर की आग में झोकने वालों की बात हो और अमेरिका के नाक में दम करने वाले सनकी किम जोंग का नाम न आए, ऐसा नहीं हो सकता। दुनिया अगर आज तीसरे विश्वयुद्ध की कगार पर है, तो इसके पीछे बारूद के साथ खेलने वाले नॉर्थ कोरिया के सनकी किम जोंग भी एक अहम किरदार हैं, जो अकेले जापान, साउथ कोरिया और अमेरिका को चिढ़ाने के लिए एक पर एक विध्वंसक हथियारों का परीक्षण करते रहते हैं। इंसानियत को धरती से मिटाने पर तुले किम जोंग के पास वो तमाम हथियार मौजूद हैं, जिसके एक वार से दुनिया का नक्शा बदल जाएगा।

किम जोंग के किलर हथियार

  • किम के पास किलर ह्वासोंग-17 मिसाइल
  • नॉर्थ कोरिया का सबसे बड़ा इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल
  • ह्वासोंग-17 परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम
  • ह्वासोंग-17 मिसाइल की रेंज में अमेरिका।
तानाशाह किम जोंग की सनक किसी से छिपी नहीं है। बीते 11 साल में ऐसे सैंकड़ों मौके आए, जब किम जोंग ने अपनी सनक के सबूत दिए। किम ने कभी जापान की तरफ, तो कभी साउथ कोरिया की तरफ मिसाइल दाग दी। अमेरिका तक को किम जोंग खुलेतौर पर धमकी दे चुका है और किम के इस सनक को ताकत देती है।

किरदार नंबर -7: शी जिनपिंग

दुनिया की महाशक्तियों को अपनी शक्ति का एहसास दिखाने के लिए चीन हमेशा अपने हाईटेक हथियारों पर पानी की तरह पैसा बहाता आया है। उसकी कोशिश हमेशा दुनिया पर दादागीरी करने वाले अमेरिका की बराबरी करने की रहती है। विस्तारवादी नीतियों पर चलने वाला चीन का रक्षा बजट इतना ज्यादा है कि उससे टकराने से अमेरिका भी बचता नजर आता है। चीन ने अपने हथियारों के जखीरे में तबाही का हर वो हथियार रखा है, जिसके चलते लगातार दुनिया पर थर्ड वर्ल्ड वॉर का खतरा मंडरा रहा है।

चीन ने बनाया सुपर हथियार 'रेलगन'

  • मिसाइल जैसी रेंज और तोप जैसी रफ्तार
  • इलेक्ट्रोमैग्नेटिक ताकत के जरिये गोला फायर करने में सक्षम
  • एडवांस डिफेंस सिस्टम रेलगन के हमले को रोकने में सक्षम नहीं
  • ध्वनि से सात गुना तेज रफ्तार और 160 किमी रेंज
  • रेलगन भविष्य का नौसैनिक हथियार है
  • रेलगन तकनीक में अमेरिका से आगे निकला चीन
  • उड़ते विमान से लेकर मिसाइल तक को मार गिराने में सक्षम
मिसाइल तकनीक हो, एटोमिक बम का जखीरा हो, एयरफोर्स की ताकत हो या नौसेना। चीन हर मोर्चे पर अमेरिका से आगे निकले की होड़ में है। उसके पास हर वो हथियार हैं, जिसकी बदौलत चीन, अमेरिका को धमकी देने से भी बाज नहीं आ रहा। ताइवान के मुद्दे पर भी चीन की दादागीरी के पीछे उसकी मिसाइल टेक्नोलॉजी है, जो युद्ध का परिणाम बदलने की क्षमता रखते हैं। यही वजह है कि उसके इरादे हमेशा दुनिया को महायुद्ध की आग में जलाने की आशंका से डराते हैं।

किरदार नंबर -8: जो बाइडेन

ताकत की बात होगी, तो बेशक अमेरिका किसी भी देश के सामने 20 साबित होगा, क्योंकि युद्ध सिर्फ हथियारों के दम पर नहीं लड़ी जाती। युद्ध की स्थिती में ताकतवर हथियारों के साथ-साथ डिफेंस सिस्टम भी अहमियत रखती है और अमेरिका इस मामले में दुनिया का सबसे ताकतवर देश है, जिसके जखीरे में खतरनाक टेंक से लेकर इस्तेमाल करके अमेरिका दुश्मनों को महज घंटों में धूल चटा सकता है।

अमेरिका के हथियारों का खजाना

  • अमेरिका के पास अमेरिका 5,428 परमाणु बम हैं
  • अमेरिका के पास एक्टिव पर्सनल 13.90 लाख हैं
  • अमेरिका के पास कुल एयरक्राफ्ट 13,247
  • फाइटर एयरक्राफ्ट 1,957 हैं
  • अटैक हेलिकॉप्टर 910 हैं
  • एयरक्राफ्ट कैरियर 11 हैं
  • 68 पनडुब्बियां हैं।
 


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