नई दिल्ली: ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलन के दौरान सुर्खियों में आई 23 वर्षीय युवती नजफी हदीस (Najafi Hadis) की सुरक्षाकर्मियों ने कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी है। बता दें कि ईरान में इस महीने की शुरुआत में 22 वर्षीय युवती महसा अमीन को गलत ढंग से हिजाब ना पहनने की वजह से पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस दौरान पुलिस बर्बरताओं के चलते अमीन ने दम तोड़ दिया। लेकिन, अमीन की मौत ने ईरान में एक तरह से नई क्रांति को जन्म दे दिया।
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इन्हीं विरोध प्रदर्शनों में नजफी हदीस भी प्रमुखता से शामिल थीं। उनके एक वीडियो ने उन्हें दुनियाभर में चर्चाओं में ला दिया था। लेकिन अब पुलिस ने उन्हें बर्बर तरीके से मौत के घाट उतार दिया है। रविवार को ईरानी पत्रकार फरजाद सेफिकरन ने बताया कि नजफी हदीस को कारज शहर में सुरक्षाकर्मियों द्वारा चेहरे और गर्दन में कई गोली मारी गईं, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। रविवार को नजफी के परिवार ने उनके अंतिम संस्कार का एक वीडियो पोस्ट किया।
ईरान में हिजाब का भारी विरोध
बता दें कि ईरान में अमीन की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन भड़क गया है, जिनमें खासतौर पर महिलाएं शामिल हैं। अभी तक इन प्रदर्शनों के दौरान पुलिस कार्रवाई में कम से कम 50 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस बीच ईरान से ऐसे कई वीडियो सामने आ रहे हैं जो वहां कि महिलाओं की जीवटता और जज्बे को बयां कर रहे हैं।
भाई के अंतिम संस्कार में महिला ने काटे बाल
एक अन्य शक्तिशाली फुटेज में, एक महिला को अपने भाई के अंतिम संस्कार में अपने बाल काटते हुए देखा गया था, जिसकी कथित तौर पर हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के दौरान मृत्यु हो गई थी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल वीडियो में महिला अपने भाई के शरीर के सामने अपने बाल काटती नजर आ रही है और वह रोती-बिलखती नजर आ रही है। वह ताबूत पर बालों के टुकड़े लगाती भी नजर आ रही हैं।
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यहां महिलाओं द्वारा सार्वजनिक रूप से अपने बाल काटने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसके बाद सोशल मीडिया पर कई महिलाओं ने अपने बालों को काटने और अपने हिजाब में आग लगाने के वीडियो अपलोड करना शुरू कर दिया। बता दें कि ईरान में महिलाओं के लिए कड़ा ड्रेस कोड लागू है। ये पाबंदियां 1979 की ईरानी क्रांति के बाद लागू की गई थीं। हालांकि 40 साल पहले अन्य देशों की तरह ही ईरान में भी महिलाओं को काफी आजादी थी।
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