पानी निकलने के बाद लगा लाशों का ढेर
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाढ़ का पानी निकलने के बाद चारों ओर लाशें पड़ी मिली हैं। गवर्नर के मुताबिक, दर्जनों घर बाढ़ के चपेट में आकर पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं। पीने का पानी और बिजली की सप्लाई भी प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या में इजाफा भी हो सकता है।इससे पहले कांगो में इस तरह की तबाही अक्टूबर 2014 में हुई थी। उस वक्त बाढ़ से करीब 700 से ज़्यादा घर प्रभावित हुए थे। उस समय 130 से ज़्यादा लोगों के लापता होने की सूचना मिली थी। बता दें कि पिछले सप्ताह रवांडा में भी बारिश के बाद बढ़ ने तबाही मचाई थी। वहां बाढ़ की चपेट में आकर 130 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 5,000 से ज़्यादा घर तबाह हो गए थे।
जानें अफ्रीकी देश कांगो के बारे में
कांगो क्षेत्रफल के लिहाज से अफ्रीका महाद्वीप का दूसरा सबसे बड़ा देश है। ये पश्चिमी यूरोप के बराबर है। इस देश की आबादी 9.59 करोड़ है। कांगो का पूरा नाम डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो है। कांगो का कुछ भू-भाग अटलांटिक महासागर को छूता है। कांगो में सरकारी सैनिकों और उग्रवादियों के बीच करीब 20 साल से संघर्ष जारी है। इस देश को दुनिया में महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है।---विज्ञापन---
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