बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के चर्चे अभी से तेज हो गए हैं। जहां एक तरफ देश में हिन्दू-मुस्लिम पर बहस चल रही है तो वहीं बिहार में जातीय समीकरण हमेशा से एक अहम मुद्दा रहा है। इस बार भी कई पार्टियां जातीय वोट बैंक को साधने में लगी हैं। तो आइए न्यूज 24 के वरिष्ठ पत्रकार राजीव रंजन से समझते हैं बिहार के जातीय समीकरण के बारे में…
राजीव रंजन के अनुसार बिहार में RJD और JDU की सरकार बनने के बाद जातीय जनगणना करवाई गई। इसके नतीजे आने के बाद अति पिछड़े और पिछड़ों की रिजर्वेशन सीमा बढ़ाकर 65% कर दी गई है। हालांकि बाद में हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी। सुप्रीम कोर्ट ने इस रोक को बरकरार रखा है। आगामी चुनाव में जातीय समीकरण बड़ा रोल निभाएगा। जातीय जनगणना का पूरा गणित समझने के लिए देखें यह वीडियो…