साइबर ठग अब लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपनाने लगे हैं। अब तक आपने एटीएम, बैंक और ओटीपी फ्रॉड के किस्से सुने होंगे, लेकिन अब ये ठग समाज सेवा के नाम पर लोगों से करोड़ों का झांसा देकर लाखों की ठगी कर रहे हैं। भोपाल से सामने आए एक ताजा मामले में ऐसा ही हुआ जहां एनजीओ में डोनेशन दिलाने का झांसा देकर एक व्यक्ति से 18 लाख रुपये ऑनलाइन ठग लिए गए।
डोनेशन के नाम पर झांसा
पीड़ित ने शिकायत में बताया कि कुछ लोगों ने भोपाल और इंदौर में उससे संपर्क किया और कहा कि वे उसे 20 करोड़ रुपये का डोनेशन दिलवाएंगे जो एक एनजीओ के लिए होगा। इस डील को पक्का करने और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर उन्होंने उससे किस्तों में 18 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए।
पैसे मिलते ही गायब हुए ठग
जैसे ही ठगों को पैसे मिल गए, उन्होंने अपने मोबाइल नंबर बंद कर दिए और किसी भी माध्यम से संपर्क बंद कर दिया। पीड़ित को जब समझ आया कि वह ठगी का शिकार हुआ है तब उसने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
क्राइम ब्रांच की तगड़ी कार्रवाई
शिकायत मिलते ही क्राइम ब्रांच की साइबर टीम सक्रिय हो गई। एडिशनल डीसीपी शैलेन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई जिसने इंदौर और होशंगाबाद में दबिश देकर ठग गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
ठगी का नया तरीका
यह मामला इसलिए भी खास है क्योंकि ठगों ने इस बार एनजीओ और डोनेशन जैसे सामाजिक कार्यों का सहारा लिया जिससे आम लोग जल्दी भरोसा कर लेते हैं। एडिशनल डीसीपी के मुताबिक, यह तरीका अब तेजी से साइबर ठगों के बीच लोकप्रिय हो रहा है।
सावधानी ही बचाव है
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति या संस्था से ऑनलाइन लेन-देन करते वक्त सतर्क रहें। कोई भी बड़ी रकम ट्रांसफर करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल जरूर करें और शक होने पर तुरंत पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें।