Boycott Campa: कंपनी की मार्केटिंग टीम प्रोडक्ट्स के प्रमोशन के लिए किसी भी तरह का मौके नहीं छोड़ती है। हालांकि कई बार उनसे ऐसी गलती हो जाती है, जिससे सोशल मीडिया पर उन्हें विरोध का सामना करना पड़ता है। सॉफ्ट ड्रिंक कैंपा के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कैंपा के खिलाफ एक बार फिर बॉयकॉट शुरू किया गया है। पुरी में शुरू होने वाली रथ यात्रा को लेकर कंपनी के प्रचार में एक टैग लाइन लिखी। फिर क्या… लोगों ने कंपनी को घेरना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में #BoycottCampa ट्रेंड चल गया। हालांकि अभी तक कंपनी इस बारे में कोई सफाई नहीं दी है।
एक विज्ञापन के नाम पर भगवान जगन्नाथ जैसे पूज्य स्वरूप का अपमान… क्या यही है क्रिएटिविटी?
कैंपा कोला से महाप्रभु का अभिषेक? ये न सिर्फ़ अशोभनीय है, बल्कि अस्वीकार्य भी है! @ArunKosli@Sakshi_Sonam_#BoycottCampa pic.twitter.com/D5AgwjoVrI---विज्ञापन---— Arkadip 🇮🇳🚩(The Kattar Hindu🕉️) (@Ek_Sanatani77) June 25, 2025
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, जगन्नाथ पुरी में 26 जनवरी को रथ यात्रा का शुभारंभ होने वाला है। इस मौके पर कैंपा ने उड़ीसा के कई हिस्सों में प्रचार के लिए होर्डिंग्स लगाए। इसमें उड़िया भाषा में लिखा था- ‘रथ का मार्ग, कैंपा के साथ’। इसके साथ ही मंदिर का फोटो भी लगा था। इस प्रचार पर लोगों ने उनकी भावनाएं आहत होने का आरोप लगाया। लोगों का आरोप है कि सस्ता प्रचार करने के लिए मंदिर के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है। एक यूजर का कहना है कि भगवान आशीर्वाद देते हैं, ब्रांडिंग नहीं। कैंपा को ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है।
लोगों ने दी यह प्रतिक्रिया
‘रथ का मार्ग, कैंपा के साथ’ पर एक्स प्लेटफॉर्म पर यूजर्स ने कैप्शन लिखते हुए फोटोज शेयर किए। यूजर आकर्श ने लोगों ‘यह सिर्फ स्वर-बहरापन नहीं है – यह आत्मा-बहरापन है।’ खुशी यूजर ने लिखा- ‘हिंदू आस्था को व्यापार के लिए इस्तेमाल करना बंद करो। कैंपा को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। यूजर समृद्धि पाठक ने लिखा- हर बार हिंदू धर्म ही क्यों निशाने पर होता है? उनके उत्पादों का बहिष्कार करें और माफ़ी की मांग करें। अंकिता ने लिखा- भगवान आशीर्वाद देते हैं, ब्रांडिंग नहीं। कैंपा को ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। लोग भूलेंगे नहीं।
लोग भगवान जगन्नाथ को बहुत मानते हैं। कैम्पा कोला ने मार्केटिंग के लिए उनमें से हर एक का अनादर किया
आखिर क्यो करते है लोग ऐसा
और हर बार हिंदू धर्म को टार्गेट ही क्यो करते है? #BoycottCampa pic.twitter.com/pFfgoKAOA1— महेश सिंह जाट (@TheRoyal_Jaat) June 25, 2025
क्या है कैंपा कोला का इतिहास
साफ्ट ड्रिंक कंपनी प्योर ड्रिंक्स ग्रुप ने साल 1977 में भारत में यह कंपनी लांन्च की थी। इससे पहले तक कंपनी कोक के साथ मिलकर कोका-कोला बनाती थी। शुरुआत में कंपनी का नारा था- ‘द ग्रेट इंडियन टेस्ट’। करीब 15 साल बाद विदेशी कोला मार्केट की एंट्री से कैंपा बाजार से गुम हो गई। साल 2000 में कंपनी ने दिल्ली में अपने ऑफिस और प्लांट बंद कर दिए। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने साल 2022 में कैम्पा कोला को 22 करोड़ में खरीद लिया।
कंपनियों को सोचना होगा कि हर चीज़ को ‘कॉमेडी’ या ‘क्रिएटिविटी’ कहना उन्हें धार्मिक संवेदनाओं से खेलने का लाइसेंस नहीं देता। कैंपा कोला से महाप्रभु का अभिषेक दिखाना हिंदू आस्थाओं का घोर अपमान है।#BoycottCampa pic.twitter.com/Lj3nkorMPN
— desi mojito 🇮🇳 (@desimojito) June 25, 2025
पहली बार नहीं… इन कंपनियों के प्रचार पर हुआ है विवाद
इसी साल फरवरी में ऑनलाइन होटल बुकिंग की सुविधा देने वाली कंपनी OYO ने अखबार में विज्ञापन दिया, जिसमें लिखा था कि ‘भगवान हर जगह है, और OYO भी’। इससे #BycottOYO ट्रेंड शुरू हो गया था। इस पर कंपनी ने लिखित में माफी मांगी थी।
ऐसे ही साल 2021 में डाबर कंपनी विवादों में आ गई थी। कंपनी ने करवाचौथ पर एक समलैंगिक जोड़े को करवाचौथ मनाते हुए दिखाया था। इससे लोगों का गुस्सा भड़क गया। मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोला था।
जो जलाभिषेक गंगाजल से होता है, उसे कैंपा कोला से दिखाना सिर्फ मार्केटिंग नहीं, बल्कि संस्कृति और परंपरा का अपमान है। महाप्रभु के घोर अपमान पर कंपनी को माफ़ी माँगनी चाहिए।#BoycottCampa pic.twitter.com/VnFsthycCV
— Ravi Bhadoria (@ravibhadoria) June 25, 2025
पहले स्वाद बिगाड़ा अब इमोशन भी
Campa Cola कभी Nostalgia थी, अब बस disappointment है!”
न स्वाद, न क़्वालिटी, सिर्फ नाम का सहारा, पुराने भरोसे का ऐसा मज़ाक़ मत बनाओ!”#BoycottCampa pic.twitter.com/bLGKJQMmfo
— Furqan Khan (@furqankhan08) June 25, 2025