Kawad Yatra Viral Video : श्रवण कुमार को अपने माता-पिता के प्रति अतुल्य प्रेम की वजह से जाना जाता है, कई जगहों पर तो उनकी पूजा भी होती है। श्रवण कुमार ने अपने बुजुर्ग माता-पिता को टोकरी में बैठाकर तीर्थ यात्रा करवाई थी। कलयुग में भी श्रवण कुमार हैं, ऐसा कहें तो गलत नहीं होगा। एक बुजुर्ग का बेटा और उसकी बहू अपनी मां को कंधे पर बैठाकर कांवड़ यात्रा के लिए निकले।
मामला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का है। पहासू के रहने वाले राजकुमार की बूढ़ी मां सरोज देवी की इच्छा थी कि वह कांवड़ यात्रा में शामिल हो लेकिन उम्र हो जाने की वजह से चलने में असमर्थ थी। इसके बाद सरोज देवी की बेटा और बहू उनकी मदद के लिए आगे आए और फिर एक टोकरी तैयारी की और उसमें बैठाकर कांवड़ यात्रा पर निकल पड़े।
मां को लेकर कांवड़ यात्रा पर निकले पति-पत्नी
राजकुमार अपनी पत्नी लक्ष्मी के साथ मां को टोकरी में रखकर कांवड़ यात्रा पूरी करवाई। दोनों ने छोटी काशी अनूपशहर गंगा नदी से मां के साथ जल उठाया और 65 किलोमीटर की दूरी तय कर वह भगवान शिव पर इसे चढ़ाएंगे। रास्ते में जो भी पति-पत्नी को मां को साथ में ले जाता देख रहा है, वो तारीफ किए बिना नहीं रह पा रहा है। लोग सरोज देवी की जमकर तारीफ कर रहे हैं कि उन्हें ऐसे बेटे मिले हैं जो टोकरी में बैठाकर कांवड़ यात्रा पूरी करवा रहे हैं।
कलयुग का श्रवण कुमार
---विज्ञापन---बुलंदशहर: बेटे और बहू ने वृद्ध माँ को कंधे पर रखकर कराई कांवड़ यात्रा।
वायरल वीडियो देख लोग बोल उठे कलयुग का श्रवण कुमार और सीता माता जैसी बहु पाने वाली माँ धन्य है। #kavadYatra2024 pic.twitter.com/DMZnVSblDx
— Avinash Tiwari (@TaviJournalist) July 23, 2024
हालांकि राजकुमार अकेले नहीं हैं बल्कि हरियाणा से भी एक ऐसी ही खबर सामने आई है। हरियाणा के भिवानी गांव के तीन भाई अपने माता-पिता को कंधे पर बैठाकर हरिद्वार जल लेने निकले। तीनों भाई मिलकर मां-बाप को कांवड़ यात्रा करवा रहे हैं। बड़े भाई अशोक का कहना है कि भोले बाबा की मर्जी के अनुसार ही अपने माता-पिता को अपने कंधों पर कांवड़ रूप में यात्रा करा रहे हैं।