Viral News: दिसंबर का महीना छुट्टियों का महीना माना जाता है। ऑफिस के कैलेंडर में भले ही छुट्टियां न हों, लेकिन कर्मचारी कोई न कोई तिकड़म भिड़ा कर छुट्टी ले ही लेते हैं। इस बीच, एक कंपनी का आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस आदेश में कहा गया है कि कोई भी कर्मचारी 31 दिसंबर तक छुट्टी नहीं ले सकता। यहां तक तो ठीक था, लेकिन कंपनी के ऑर्डर में सिक लीव लेने पर भी रोक की बात कही गई है। इसका सीधा मतलब है कि बीमार होने पर भी कर्मचारी को ऑफिस आना ही पड़ेगा। अब सोशल मीडिया यूजर्स इसे तुगलकी फरमान करार देते हुए कंपनी पर तंज कस रहे हैं।
कंपनी ने दिया ये तर्क
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर एक पोस्ट शेयर किया गया है, जिसमें कंपनी का आदेश नजर आ रहा है। इस ऑर्डर कॉपी में लिखा गया है कि 25 नवंबर से 31 दिसंबर तक किसी भी कर्मचारी को कोई छुट्टी नहीं मिलेगी। इतना ही नहीं कंपनी ने सिक लीव पर भी रोक लगा दी है। कंपनी का कहना है कि यह पीरियड उसके सबसे बिजी समय में से एक है काम-काज ज्यादा होता है, इसलिए सभी कर्मचारियों का मौजूद रहना आवश्यक है। इसी के मद्देनजर सभी तरह की छुट्टियों पर रोक लगाई गई है।
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देश में छिड़ी है बहस
वायरल पोस्ट में कंपनी का नाम उजागर नहीं किया गया है। यह पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है और लगातार लोग इस पर कमेंट कर रहे हैं। बता दें कि कंपनियों के वर्किंग एनवायरनमेंट को लेकर इस समय देश में बहस छिड़ी हुई है। प्राइवेट से लेकर सरकारी नौकरियों से जुड़े कर्मचारी भी अत्यधिक कामकाज की शिकायत कर चुके हैं।
पुणे की एक कंपनी में काम करने वाली युवा कर्मचारी की तो इसके चलते मौत भी हो गई थी। बाजार नियामक सेबी के कर्मचारियों ने भी टॉक्सिक वर्क कल्चर की शिकायत की थी। उन्होंने वित्त मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा था कि सेबी नेतृत्व टॉक्सिक वर्क कल्चर को बढ़ावा दे रहा है। सेबी की बैठकों में चिल्लाना, डांटना और सार्वजनिक रूप से अपमानित करना अब आम बात हो गई है।
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