Kedarnath Thar Viral Video : अमित रतूड़ी : हाल ही केदारनाथ धाम पर थार गाड़ी को हेलीकॉप्टर से पहुंचाया गया था, कहा गया था कि ये जरूरतमंदों के लिए है लेकिन एक वीडियो वायरल हुआ और प्रशासन के दावे की पोल खुल गई। इस गाड़ी से आम यात्री यात्रा करते दिखे तो बवाल खड़ा हो गया। अब अधिकारियों ने जांच और कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
केदारनाथ में थार का दुरुपयोग
बताया गया कि कुछ अधिकारी केदारनाथ धाम में पहुंचाए गए थार वाहन का दुरुपयोग कर रहे हैं और परिचित श्रद्धालुओं को हेलीपैड से केदारधाम मंदिर तक पहुंचा रहे हैं। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद अब इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने दिया है।
पर्यटन विभाग की तरफ से कुछ दिन पहले केदारनाथ धाम में सेना के हेलीकॉप्टर से थार वाहन को मंगवाया था। थार को इसलिए मंगवाया गया था, जिससे बुजुर्गों और बीमार लोगों की मदद की जा सके और उन्हें आराम से मंदिर तक पहुंचाया जा सके। प्रशासन के इस फैसले पर पहले ही सवाल उठ रहे थे लेकिन विवाद उस वक्त और बढ़ गया जब 3-4 स्वस्थ पुरुष-महिलाएं थार से मंदिर तक पहुंचे।
केदारनाथ में पर्यटन विभाग ने 2 थार इसलिए मंगाई थीं, ताकि बीमारों को हेलीपेड से मंदिर तक पहुंचाया जा सकें। अब इन गाड़ियों में सामान्य लोगों को घुमाया जा रहा है। उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस Video के सामने आने पर कार्रवाई का निर्देश दिया है। pic.twitter.com/aXnTVDW1lm
---विज्ञापन---— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) June 7, 2024
केदारनाथ में दो थार गाड़ी पहुँचाई थी ताकि बीमार विकलांग यात्रियों की मदद हो, लेकिन इन गाड़ियों से पर्यटन होने लगा। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मामले में कार्रवाई के निर्देश दिये है।
वैसे विकलांग, बीमार यात्रियों के लिए तो मेडिकल सुविधा से लैस वाहन भेजना चाहिए था, थार क्यों भेजी ? pic.twitter.com/13wliYZ9hR— Ajit Singh Rathi (@AjitSinghRathi) June 7, 2024
केदारधाम हेलीपैड से मंदिर तक की दूरी महज 1000 से 1200 मीटर है, लेकिन ये दूरी तय करने में कठिनाई होती है। ऐसे में जब थार में बैठे स्वस्थ लोगों का वीडियो वायरल हुआ तो लोग भड़क गए और सवाल उठाने लगे। राज्य की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मामले का संज्ञान लेते हुए कहा है कि वायरल वीडियो उनके संज्ञान में आया है और इस पर अब कार्रवाई की जाएगी। जिस अधिकारी ने भी स्वस्थ लोगों को थार से मंदिर तक आने की परमिशन दी थी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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बता दें कि थार को सेना के हेलीकॉप्टर से केदारनाथ मंदिर तक पहुंचाया गया था। दावा था कि इस थार कार के जरिए जरूरतमंदों की मदद की जाएगी। तब भी यह सवाल उठा कि मंदिर के पास इसकी जरूरत क्या है? लेकिन अब जब थार के दुरुपयोग का वीडियो सामने आया तो बवाल मच गया और जिलाधिकारी को कार्रवाई का आदेश दिया गया है।