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कथा कहते-कहते कैसे रोने लगते हैं कथावाचक? धीरेन्द्र शास्त्री ने खोली पोल! वीडियो खूब हो रहा वायरल

Dhirendra Shastri Video Viral : आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहे हैं कि कथा सुनाते वक्त कथावाचक आंसू निकालने के लिए बाम या विक्स का इस्तेमाल करते हैं।

Edited By : Avinash Tiwari | Updated: May 31, 2024 14:29
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Dhirendra Shastri
एनसीईआरटी की किताब पर भड़के धीरेंद्र शास्त्री। (File Photo)

Dhirendra Shastri Video Viral : आपने देखा होगा, कई बार कथावाचक कथा सुनाते सुनाते रो पड़ते हैं। कई बार कथावाचक कुछ ऐसे प्रसंग सुना रहे होते हैं तो भक्ति भाव में भावुक होकर आंसू बहा देते हैं। हालांकि बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कथा के दौरान रोने वाले कथावाचकों की ‘पोल’ खोलते दिखाई दे रहे हैं।

कथा के दौरान रोने वाले कथावाचकों की लिस्ट बड़ी लंबी है, ऐसे दृश्य को हाईलाइट भी खूब किया जाता है। इससे उनके वीडियो अधिक व्यूज भी मिलते हैं। हालांकि उनके भाव पर कभी सवाल नहीं उठा लेकिन आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कथा के दौरान रोने वालों पर सवाल उठा रहे हैं।

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किसी वीडियो को एक छोटा सा हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, इसमें धीरेन्द्र शास्त्री कह रहे हैं कि रुमाल में बाम या विक्स लगा लेते हैं। जब वनवास की कथा आती है तो रोना पड़ता है। अब ऐसे आंसू तो निकलते नहीं हैं, अब भक्तों को कैसे पता चलेगा कि वनवास की वजह से व्यास जी दुखी हैं।

धीरेन्द्र शास्त्री ने यह बातें किस संदर्भ में कहीं हैं, इसकी जानकारी नहीं है। हालांकि वीडियो शेयर कर लोग कह रहे हैं कि धीरेन्द्र शास्त्री ने अन्य कथावाचकों यह टिप्पणी की है।

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बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री का कहना है कि बाम या विक्स लगे रुमाल को जैसे ही आंखों में लगाते हैं, झर-झर आंसू निकल आते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह सब बताना नहीं चाहिए लेकिन सबकी अपनी अपनी है, ठीक है। धीरेन्द्र शास्त्री का यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है और इस पर लोगों के तरह तरह कमेंट्स आ रहे हैं।

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पत्रकार प्रभाकर मिश्रा ने लिखा कि एक दूसरे की पोल खोलने की शुरुआत पत्रकारों से हुई थी। अब बाबा, कथावाचक लोग, एक दूसरे की पोल खोलने में लगे हैं! अच्छा है। जय हो। एक ने लिखा कि आजकल कथावाचकों में भी काफी कम्पटीशन है। एक अन्य ने लिखा कि जब मुकाबला बढ़ने लगता है तो एक दूसरे पर कीचड़ उछाले जाते हैं।

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Edited By

Avinash Tiwari

First published on: May 31, 2024 01:28 PM

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