Bizarre News : शरीर से जुड़ी कई परेशानियों को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जब छोटी छोटी परेशानियों के चक्कर में इंसान की जान जाते-जाते बची है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, एक शख्स की नाक से लगातार और बार-बार पानी आ रहा था। इससे वह काफी परेशान हो गया था। शख्स यह सोचकर इलाज नहीं करवा रहा था कि शायद सर्दी हो गई है लेकिन जांच में जो बात निकलकर सामने आई, उसे सुनकर वह हैरान रह गया।
मामला सीरिया का है और पीड़ित 20 साल का एक लड़का है। इस लड़के को बहती नाक के साथ दौरे पड़ते थे और सिरदर्द की भी समस्या थी। एक बार उसे सिर में चोट लग गई थी, इसके बाद से ही उसे इस तरह के लक्षणों का सामना करना पड़ रहा था। डॉक्टरों के मुताबिक, शख्स की नाक से आ रहा पानी जुखाम की वजह से नहीं, बल्कि ये उसके दिमाग से रिस रहा था।
जर्नल ऑफ मेडिकल केस रिपोर्ट्स के अनुसार, यह तरल पदार्थ मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की रक्षा करने वाले एक तरल पदार्थ था जिसे सेरेब्रोस्पाइनल द्रव (सीएसएफ) कहा जाता है। इस तरह की परेशानी अक्सर जन्म के समय से ही लोगों में देखने को मिलती है जो 10,400 बच्चों में से एक को प्रभावित करती है। इस मरीज को ये समस्या बचपन से नहीं थी।
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शख्स ने कहा कि 6 साल पहले उसका एक एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें सिर में चोट लगी थी। शख्स ने इलाज कराने से मना कर दिया लेकिन कुछ दिन बाद ही सर्दी की समस्या हो गई। हाल ही में जब मरीज डॉक्टर के पास गया तो इमेजिंग से पता चला कि उनके मस्तिष्क से तरल पदार्थ उनकी खोपड़ी के छिद्रों से बाहर निकल रहा था, जिसे ट्रॉमेटिक एन्सेफेलोसील कहा जाता है।
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जानकारी के मुताबिक, एक महीने तक इलाज और फिर मस्तिष्क की एमआरआई से पता चला कि उसकी खोपड़ी में फ्रैक्चर है। डॉक्टरों ने सर्जरी की सिफारिश की लेकिन मरीज ने इनकार कर दिया। लगभग एक महीने बाद वह वापस लौटा और सर्जरी करवाने की बात कही। बताया गया कि डॉक्टरों ने उसकी खोपड़ी का ऑपरेशन किया और समस्या ठीक कर दी गई, सर्जरी के बाद मरीज की रिकवरी बिना किसी परेशानी के हुई।