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Firozabad News: 53 साल की महिला ने जिंदगी के 36 वर्ष जंजीरों में कैद रहकर बिताए, खुला आसमां देखा तो रो पड़ी

Firozabad News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद (Firozabad) जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां पिछले 36 साल से कैद एक महिला का समाजसेवी संगठन ने मुक्त कराया है। संगठन की सदस्यों का कहना है कि महिला मानसिक दिव्यांग है। उसे आगरा की मानसिक आरोग्यशाला में भर्ती कराया गया […]

Firozabad News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद (Firozabad) जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां पिछले 36 साल से कैद एक महिला का समाजसेवी संगठन ने मुक्त कराया है। संगठन की सदस्यों का कहना है कि महिला मानसिक दिव्यांग है। उसे आगरा की मानसिक आरोग्यशाला में भर्ती कराया गया है। वहीं संगठन की महिलाओं ने जब इस 53 साल की महिला की हालत देखी तो उनके भी आंसू निकल गए।

जर्जर मकान में जंजीर से बंधी बैठी थी

मामला फिरोजाबाद जिले के टूंडला कस्बे का है। यहां एक घर में 53 साल की महिला रहती है। महिला मानसिक तौर पर दिव्यांग है। आगरा की समाजसेवी संस्था सेवा भारती (NGO) के सदस्यों को इस महिला के बारे में जानकारी मिली। सभी लोग मौके पर पहुंचे। जहां देखा कि एक महिला एक जर्जर घर में जंजीर के सहारे बंधी हुई थी। शरीर पर मैले कुचैले कपड़े और बिखरे हुए बाल थे। यह देख संगठन की महिलाएं भावुक हो गईं।

17 साल की थी, तब से बांध रखा है

उन्होंने उसकी जंजीरें खोलीं। नहलाया और खाना खिलाया। इसके बाद सदस्यों ने परिवार के लोगों से बात की। महिला के बुजुर्ग पिता की कुछ समय पहले मौत हो चुकी है। परिवार के लोगों ने बताया कि वह मानसिक दिव्यांग है। 17 साल की उम्र से उसे इसी प्रकार बांधकर रखा है। परिवार ने महिला को जंजीर से बांधकर रखने के पीछे की वजह बताई। कहा कि यदि हम इसे खुला रखेंगे तो वह खुद को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके अलावा सबसे बड़ा खतरा यह भी है कि बाहर निकलने पर उसके साथ भी कोई अनहोनी हो सकती है।

विधायक ने की पहल, अब हुई जंजीरों से मुक्त

आगरा की पूर्व महापौर और हाथरस से भाजपा विधायक अंजुला माहौर ने बताया कि उन्हें कुछ समय पहले इस मामले की जानकारी हुई थी। उन्होंने जब मामले की पड़ताल कराई तो दुख हुआ। उन्होंने जंजीरों में कैद महिला को मुक्त कराने की कोशिश शुरू कर दी। आगरा की समाजसेवी संस्था सेवा भारती से संपर्क करके सदस्यों को उसके घर भेजा। जहां उन्हें महिला की स्थिति काफी खराब मिली। आखिरकार महिला को अब मुक्त कराया गया है।

कुछ हफ्तों के इलाज के बाद जी सकेगी सामान्य जिंदगी

विधायक अंजुला माहौर ने बताया कि महिला के परिवार से बात की गई है। उसे आगरा के मानसिक आरोग्यशाला में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि महिला का मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि वह कुछ हफ्तों के इलाज के बाद ठीक हो जाएगी। इसके बाद एक सामान्य जीवन जी सकेगी।


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