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Wrestling Federation of India: अयोध्या में आज होने वाली WFI की वार्षिक आम बैठक रद्द

Wrestling Federation of India: भारतीय कुश्ती महासंघ (रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया) की आज अयोध्या में होने वाली वार्षिक आम बैठक (AGM) को रद्द कर दिया गया है। AGM बैठक आज सुबह 10 बजे अयोध्या में शुरू होनी थी। इससे पहले घोषणा की गई थी कि फेडरेशन की वार्षिक आम बैठक 22 जनवरी को अयोध्या में […]

Wrestling Federation of India: भारतीय कुश्ती महासंघ (रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया) की आज अयोध्या में होने वाली वार्षिक आम बैठक (AGM) को रद्द कर दिया गया है। AGM बैठक आज सुबह 10 बजे अयोध्या में शुरू होनी थी। इससे पहले घोषणा की गई थी कि फेडरेशन की वार्षिक आम बैठक 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित की जाएगी। फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने बैठक में शामिल होने की बात कही थी। बता दें कि दिल्ली में भारतीय पहलवानों की ओर से बृजभूषण शरण सिंह को हटाने और डब्ल्यूएफआई को भंग करने की मांग के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अहम घोषणा की थी। और पढ़िए –Earthquake in Uttarakhand: उत्तराखंड में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 3.8 रही तीव्रता केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार रात प्रदर्शनकारियों के साथ एक बैठक के बाद घोषणा की थी कि बृजभूषण शरण सिंह फेडरेशन से अलग हो जाएंगे और एक निरीक्षण समिति उनके खिलाफ आरोपों की जांच करेगी। ठाकुर ने कहा कि एक महीने में जांच पूरी कर ली जाएगी।

सिंह ने कहा था वार्षिक आम बैठक के बाद मीडिया से करूंगा बात

सिंह ने शनिवार को कहा था कि वे उत्तर प्रदेश में अपने गृह नगर गोंडा में होने वाली एजीएम में अपना पक्ष रखने के लिए डब्ल्यूएफआई की कार्यकारी समिति के सदस्यों को संबोधित करेंगे। सिंह ने कहा, 'हां, निश्चित रूप से मैं एजीएम में भाग लूंगा।' शनिवार को सिंह ने नवाबगंज, गोंडा के नंदिनी नगर स्टेडियम में ओपन नेशनल सीनियर रैंकिंग टूर्नामेंट का उद्घाटन किया था। उन्होंने कहा था कि बैठक के बाद मैं मीडिया से बात करूंगा। और पढ़िए –Leela Palace Hotel: UAE के शाही परिवार का सदस्य बताकर 5 स्टार होटल को लगाया था लाखों का चूना, पुलिस ने दबोचा

शनिवार को सस्पेंड किए गए थे WFI के अतिरिक्त सचिव

बता दें कि भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अतिरिक्त सचिव विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया गया। दरअसल, जिस दिन खिलाड़ी पहली बार धरने पर बैठे थे, विनोद तोमर को ही कुश्ती संघ की तरफ से बात करने और समझौता कराने के लिए भेजा गया था, लेकिन खिलाड़ियों ने इनसे बात नहीं की थी। इन्होंने उस दौरान खिलाड़ियों के द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को दरकिनार किया था कि इन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता। पहलवानों के आरोपों के बाद पहली कार्रवाई की गई। और पढ़िए –देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें


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