Trendingipl auctionPollutionparliament

---विज्ञापन---

उत्तराखंड में अगले 4 दिनों तक लगातार बरसेंगे बादल, 7 जिलों में बिजली-ओले गिरने का अलर्ट

उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर से करवट ली है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में अगले 4 दिनों तक बेमौसम बारिश होने का अलर्ट जारी किया है।

उत्तराखंड में भारी बारिश से बादल फटने और भूस्खलन होने की घटनाएं हो रही हैं।
उत्तराखंड में आज एक बार फिर से मौसम करवट ली है। राज्य में आज बेमौसम बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत देने का काम किया है। बुधवार को उत्तराखंड के कुछ पहाड़ी इलाकों में जहां बारिश हुई। वहीं, कुछ इलाकों में बारिश के साथ तेज गर्जन और बिजली भी चमकी है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक उत्तराखंड में अगले चार दिनों तक बेमौसम बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने देहरादून, चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, टिहरी और बागेश्वर में बारिश के साथ बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है।

बिजली गिरने का येलो अलर्ट

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 18 से 20 अप्रैल तक उत्तराखंड के ज्यादातर जिलों में बारिश होने की संभावना है। IMD के मुकाबित 17 अप्रैल, 2025 को चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में कई जगहों में बारिश और गजर के साथ आकाशीय बजली गिरने की उम्मीद है। विभाग ने इन जिलों में बिजली गिरने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, 18 से 20 अप्रैल तक देहरादून, चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, टिहरी, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल, उधमलसंह नगर, हररद्वार और बागेश्वर में बेमौसम बारिश होगी। इसके साथ ही विभाग ने बताया कि इन जिलों में बारिश के साथ आकाशीय बजली चमकेगी और ओले भी गिरने की संभावना है। इस दौरान इन जिलों में झोंकेदार हवाएं चलेगी, जिनकी रफ्तार 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा होने की उम्मीद है। यह भी पढ़ें: गुजरात के 12 जिलों में तापमान 41 डिग्री के पार; इस इलाके में बारिश ने बदला मौसम, IMD का ताजा अपडेट

झोंकेदार हवाओं से होगा नुकसान

इसके साथ ही मौसम विभाग ने राज्य के कई जगहों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए बेमौसम बारिश से नुकसान के बारे में चेताया है। विभाग ने बताया कि बजली गिरने से लोगों को जान-माल के हानि हो सकती है। इसके अलावा, झोंकेदार हवाओं की वजह से कच्चे/असुरक्षित मकानों को भारी नुकसान हो सकता है। वहीं ओलावष्टि से किसानों के पेड़-पौधों, बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान पंहुचा सकता है।


Topics:

---विज्ञापन---