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कोर्ट में पेशी पर आए माफिया अतीक अहमद बोले- योगी ईमानदार, बहादुर और मेहनती मुख्यमंत्री हैं

Lucknow News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को एक माफिया और गैंगस्टर के खिलाफ बुल्डोजर कार्रवाई के लिए जाना जाता है। इसके कारण उनके कई दुश्मन बने हैं तो कई प्रशंसक भी बने हैं। मगर, इस बार जो प्रशंसक सामने आया उसका नाम सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। इन […]

Lucknow News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को एक माफिया और गैंगस्टर के खिलाफ बुल्डोजर कार्रवाई के लिए जाना जाता है। इसके कारण उनके कई दुश्मन बने हैं तो कई प्रशंसक भी बने हैं। मगर, इस बार जो प्रशंसक सामने आया उसका नाम सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। इन पर गैंगस्टर और माफिया का आरोप है। गुरुवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। यह वीडियो कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचे माफिया अतीक अहमद का है। वीडियो में अतीक अहमद (Gangster Atiq Ahmed) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ईमानदार और बहादुर कहते हुए दिख रहे हैं। अतीक के मुंह से मुख्यमंत्री की तारीफ का अब वीडियो वायरल हो रहा है। अभी पढ़ें - सीएम अशोक गहलोत ने फिर गिनाए OPS के फायदे, बोले- हिमाचल के सीएम ने झूठ बोल रहे हैं

सीबीआई कोर्ट में पेशी पर लाए गए

माफिया से नेता बने अतीक अहमद ने यह बयान तब दिया जब उन्हें सुनवाई के लिए लखनऊ की सीबीआई कोर्ट ले जाया जा रहा था। अतीक अहमद बसपा के एक पूर्व नेता की हत्या के मामले में अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद हैं। पेशी के लिए ले जाते समय मीडिया ने सीएम योगी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ एक ईमारदार मुख्यमंत्री हैं। बहुत बहादुर और मेहनती हैं। अभी पढ़ें - क्या एक बार फिर पाला बदल सकते हैं नीतीश कुमार? रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहीं यह बात

कौन हैं अतीक अहमद? 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के फूलपुर क्षेत्र से अतीक अहमद माफिया से राजनेता बने। कहा जाता है कि वह समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं का करीबी भी हैं। वर्ष 2004-2009 से वह फूलपुर से सपा उम्मीदवार के रूप में चुने गए। 1999-2003 के बीच वह सोन लाल पटेल द्वारा स्थापित अपना दल के अध्यक्ष भी रहे।

बसपा विधायक की हत्या का लगा था आरोप

उनके राजनीतिक जीवन के पतन का दौर तब शुरू हुआ जब उन पर बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का आरोप लगा। बताया जाता है कि राजू पाल ने 2004 के यूपी विधानसभा चुनावों में अतीक के भाई अशरफ को हराया था। वहीं 15 दिसंबर 2016 को उन्हें सैम हिगिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी और विज्ञान विश्वविद्यालय के कर्मचारियों पर हमला करने के आरोप में एक बार फिर गिरफ्तार किया गया था। अभी पढ़ें - प्रदेश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें


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