Seminar on Cyber Fraud: उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से 3 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें साइबर एक्सपर्ट प्रोफेसर डॉ मनुज भारद्वाज ने हिस्सा लिया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को बताया गया है कि साइबर अटैक और साइबर फ्रॉड हो रहे हैं, जिसके लिए आए दिन नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। ऐसे में देश के पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को कैसे सुरक्षित किया जाए? इसके लिए नेशनल सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए ड्रोन लैब का उद्घाटन किया गया है। DNA लैब का उद्घाटन किया गया है।
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CM की पहल से स्थापित किया गया संस्थान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा इंस्टिट्यूट में बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा दी जा रही है। साइबर फ्रॉड लोगों से कैसे कनेक्ट होता है, यह सब बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। UP इंस्टीट्यूट आफ फॉरेंसिक साइंस डायरेक्टर जीके गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा संस्थान में फॉरेंसिक साइंस साइबर सिक्योरिटी लॉ ड्रोन DNA एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन स्थापित किया गया है। 3 महत्वपूर्ण लैबोरेटरी का उद्घाटन किया गया है। DNA लैब एडवांस डायग्नोसिस सेंटर वर्ल्ड फैसिलिटीज से लैस है। AI ड्रोन रोबोटिक की लैब स्थापित की गई है। अटल बिहार वाजपेयी के नाम पर लाइब्रेरी का उद्घाटन किया गया है। यह सब 2 साल के अन्दर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। लॉ, फॉरेंसिक साइंस, कंप्यूटर साइंस कोर्स शुरू किए हैं। वहीं इंस्टिट्यूट में एडमिशन नेशनल एंट्रेंस टेस्ट के जरिए होता है।
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सेना के जवानों को भी दी जाती है ट्रेनिंग
इंस्टिट्यूट में एडवांस टेक्नोलॉजी डिजिटल फॉरेंसिक टेस्टिंग के लेटेस्ट टूल्स उपलब्ध हैं, जहां न केवल बच्चों को पढ़ाई कराई जा रही है, बल्कि एडवांस साइबर सिक्योरिटी ट्रेनिंग भी दी जा रही है। 3 साल का एक एग्रीमेंट हुआ है। आर्मी से 40 जवानों का बैच ट्रेनिंग करके निकला है। दूसरा बैच जल्दी ही आने वाला है। उत्तर प्रदेश पुलिस के ऑफिसर्स फॉरेंसिक साइंस टेक्नोलॉजी का कोर्स कराते हैं। रेवेन्यू से जुड़े ऑफिसर्स, RPF से जुड़े ऑफिसर्स और जवानों को भी इस इंस्टिट्यूट में ट्रेनिंग दी जाती है। साइबर फ्रॉड बहुत तेजी से देश में बढ़ रहा है। साइबर फ्रॉड के तरीके बदले जा रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा अहम कड़ी है कि देश के किसी भी कानून में डिजिटल अरेस्ट का प्रावधान नहीं है, लेकिन फिर भी लोग डिजिटल अरेस्ट किए जाते हैं और एक बड़ा अमाउंट फ्रॉड के जरिए उनसे ले लिया जाता है। इससे भी बचने के लिए इंस्टिट्यूट में ट्रेनिंग के साथ-साथ पढ़ाई कराई जा रही है।
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ड्रोन मैन ने बताई ड्रोन लैब की खासियत
ड्रोन लैब के HOD मिलन्त राज, जिन्हें भारत मे ड्रोन मैन के नाम से जाना जाता है, कहते हैं कि ड्रोन रोबोटिक लैब एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस है। ऑपरेशन सिंदूर में फॉरेंसिक ड्रोन का खूब इस्तेमाल किया गया। फॉरेंसिक ड्रोन के जरिए पोस्टमार्टम किया गया डाटा एक्सेस कर सकते हैं। पुलिसिंग हो या आर्मी हो, ड्रोन का बहुत बड़ा रोल होता है। अब युद्ध के तरीके बदल गए हैं, टेक्नोलॉजी बनाम टेक्नोलॉजी बन गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को तुर्की ने ड्रोन दिए, जिनका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया। यह सब तभी संभव हो पा रहा है, क्योंकि हमारे पास फॉरेंसिक ड्रोन टेक्नोलॉजी है। इस लैब में सबसे बड़ा ड्रोन है, उसकी खासियत यह है कि जब अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में सरयू का जल ऊपर से बरसाया गया था तो इसी ड्रोन से बरसाया गया था, जो हाई टेक्नोलॉजी से भरपूर है और एक अच्छा खासा वेट उठा सकता है। इसमें सेंसर कैमरे लगे हुए हैं।