UP News: उत्तर प्रदेश के नोएडा में जल्द ही प्राधिकरण की ओर से हाईराइज हाउसिंग सोसायटीज का स्ट्रक्चरल ऑडिट किया जाएगा। नोएडा प्राधिकरण के अनुसार शहर में करीब 1200 ऊंची इमारतें हैं। एक अप्रैल के बाद अब तक प्राधिकरण को कई हाउसिंग कॉम्प्लेक्स से ऑडिट के लिए आवेदन मिले हैं।
इन आवेदनों पर गौर करते हुए नोएडा प्राधिकरण ने कदम उठाया है। प्राधिकरण अब दरों को अंतिम रूप देने के लिए तैयार है, जिन पर एजेंसियां पुरानी या निर्माणाधीन इमारतों की सुरक्षा ऑडिट कर सकती हैं।
प्राधिकरण ने इन एजेंसियों का किया चयन
अधिकारियों ने कहा है कि नोएडा प्राधिकरण ने हाउसिंग टावर संरचनाओं के लिए सुरक्षा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, आईआईटी कानपुर, एमएनआईटी इलाहाबाद, बिट्स पिलानी, एएमयू अलीगढ़, एमएनआईटी जयपुर और सीबीआरआई रुड़की जैसी विशेषज्ञ एजेंसियों का चयन किया है।
ऑडिट हो या नहीं, इसकी भी होगी जांच
नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी ने एक अतिरिक्त सीईओ, योजना के लिए एक महाप्रबंधक, एक उप महाप्रबंधक और एक सूचीबद्ध विशेषज्ञ एजेंसी को दरों के मुद्दे को हल करने के लिए समिति का गठन किया है। समिति यह निर्धारित करने के लिए इमारतों का निरीक्षण करेगी कि सुरक्षा ऑडिट किया जाना चाहिए या फिर नहीं। साथ ही दरों को अंतिम रूप भी दिया जाएगा, ताकि ऑडिट नियमों के हिसाब से किया जा सके।
… तो देश का पहला शहर बना नोएडा
अधिकारियों के मुताबिक नोएडा देश का पहला शहर है, जिसने बिल्डिंग सेफ्टी ऑडिट के लिए गाइडलाइंस बनाई है। सुरक्षा ऑडिट यहां रहने वाले लोगों की मांगों पर किया जाएगा। नोएडा प्राधिकरण ने इसके लिए सात एजेंसियों को पहले ही मंजूरी दे दी है। प्राधिकरण लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ग्रुप हाउसिंग इमारतों के लिए दिशानिर्देशों को लागू करेगा। जो 1 अप्रैल 2023 से प्रभावी होंगे।
गुरुग्राम में हादसे के बाद उठी मांग
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2022 में कमजोर संरचना के कारण गुरुग्राम में एक इमारत गिरने के बाद, अपार्टमेंट मालिकों ने सुरक्षा ऑडिट की मांग की थी। नोएडा प्राधिकरण के अनुसार, शहर में कम से कम 1200 ऊंची इमारतें हैं। अधिकारियों ने बताया कि एक अप्रैल के बाद अब तक प्राधिकरण को पांच हाउसिंग कॉम्प्लेक्स से ऑडिट के लिए आवेदन मिले हैं।