Swami Prasad Maurya Controversy Statement: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर से अपनी विवादित टिप्पणी से चर्चा में हैं। रामचरितमानस पर विवादित बयान देने के बाद अब मौर्य ने हिंदू मंदिरों को लेकर जो कहा है, उस पर सीएम पुष्कर सिंह धामी और बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष ने कड़ा विरोध किया है।
क्या कहा था स्वामी प्रसाद मौर्य ने
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, समाजवादी पार्ट के नेता और महासचिव स्वामी प्रसाद ने हाल ही में विवादित बयान दिया है। उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के एएसआई सर्वे को लेकर कहा है कि देश के मंदिरों का भी सर्वे कराया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि मंदिरों का सर्वे हो तो सामने आएगा कि वो किसी बौद्ध मठ पर बना हुआ है।
उन्होंने इतना तक कहा है कि ज्यादातर पुराने मंदिर बौद्ध मठों को तोड़कर बनाए गए हैं। इस दौरान मौर्य ने चार धामों में से एक बद्रीनाथ धाम के बारे में कहा है कि ये मंदिर भी आठवीं शताब्दी तक बौद्ध मठ हुआ करता था।
करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र भू बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम पर समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा की गई टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है।
---विज्ञापन---"महाठगबंधन" के एक सदस्य के रूप में समाजवादी पार्टी के एक नेता द्वारा दिया गया यह बयान कांग्रेस और उसके सहयोगियों की देश व धर्म विरोधी सोच को…
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) July 27, 2023
सीएम धामी ने सिमी-पीएफआई से की तुलना
इस टिप्पणी के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी विरोध जताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से की गई टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही सीएम धामी ने सपा और विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए लिखा है कि ये उनकी धर्म विरोधी सोच को दर्शाता है। सीएम ने लिखा है इन पार्टियों की विचारधारा में एसआईएमआई और पीएफआई की झलक दिखती है।
बीकेटीसी अध्यक्ष ने जताया रोष
सीएम धामी के अलावा बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भी सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि सपा हमेशा हिंदू विरोधी विचारधारा रखती है।