'हिंदू कोई धर्म ही नहीं है'
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के अनुसार, हिंदू नाम का कोई धर्म ही नहीं है, बल्कि हिंदू धर्म सिर्फ धोखा है। उन्होंने अपने ताजा बयान में यह भी कहा कि ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहना एक साजिश है। अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का भी सम्मान होता। सारी विषमता का कारण ब्राह्मणवाद है।'दलितों आदिवासियों को फंसाने का जाल है धर्म'
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हिंदू धर्म दलितों और आदिवासियों को मकड़जाल में फंसाने की कोशिश है। वह यहीं पर नहीं रुके, बल्कि यहां तक कह दिया कि ब्राह्मणवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं। हिंदू धर्म होता तो इस समाज में पिछड़ों का भी सम्मान होता, लेकिन क्या विडंबना है कि आदिवासी समाज से आने वाले राष्ट्रपति को भी मंदिर में जाने से रोक दिया जाता है।गोमूत्र से धोया गया था सीएम आवास
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह भी कहा कि जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री पद से हटे, तब इन्हीं सत्ता दल के लोगों ने मुख्यमंत्री आवास को गोमूत्र से धोया। जब इससे मन नहीं भरा तो गंगाजल से धोया गया। क्या अगर ब्राह्मणी देवता का कोई मुख्यमंत्री होता तो किसी की हिम्मत पड़ती उसे गोमूत्र और गंगा जल से धुल देता। उसे इसलिए धुला गया क्योंकि अखिलेश यादव पिछड़े समाज में पैदा हुए हैं। आदिवासी-दलित और पिछड़े यह कौन है जिसे पहले शू्द्र कहकर जानवरों से बदतर जिंदगी जीने पर मजबूर किया करते थे। सावधान रहना जिसे धर्म मानते हो वो इनका धंधा है। जो इनके लिए धंधा है वो आपके लिए धोखा है।'---विज्ञापन---