Noida International Airport: नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (NIA) को इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) द्वारा 'DXN' कोड मिल गया है। इस कोड की मदद से दुनियाभर के लोग टिकट बुक कर सकेंगे।
क्या है 'DXN' कोड?
यह कोड एक स्थान पहचानकर्ता के रूप में कार्य करता है जो प्रत्येक हवाई अड्डे के लिए खास है। देश-दुनिया में एक नाम के दो शहर हो सकते हैं, लेकिन एक कोड के दो एयरपोर्ट नहीं हो सकते हैं। सभी हवाई अड्डे का अलग-अलग कोड होता है। कोड का इस्तेमाल टिकट बुकिंग, फ्लाइट शेड्यूल, सामान आवागमन से लेकर एयर ट्रैफिक कंट्रोल की बातचीत तक के लिए होता है। यह एक पिनकोड के समान है और IATA रिजॉल्यूशन 763 (location code requirements) द्वारा दिया जाता है।
NIA के सीईओ ने समझाया 'DXN' का मतलब
बुधवार, 27 सितंबर को एनआईए के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कोड के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह दिल्ली-नोएडा और इस हवाई अड्डे के माध्यम से दुनिया से इसकी कनेक्टिविटी की स्पष्ट समझ देता है। उन्होने बताया, ''DXN में D दिल्ली को दर्शाता है, जो राष्ट्रीय राजधानी है, और N का मतलब नोएडा है, जो पश्चिमी यूपी क्षेत्र में हमारी उपस्थिति को दर्शाता है। हमारा मानना है कि X, भारत और दुनिया के भीतर कनेक्टिविटी का प्रतीक है।''
1,334 हेक्टेयर में फैले, एनआईए को यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसका स्वामित्व राज्य सरकार, नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के पास है।
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हवाई अड्डे के फेज 1 को 2024 के अंत तक चालू करने का प्रस्ताव है। इसमें प्रति वर्ष 12 मिलियन यात्रियों की क्षमता वाला एक टर्मिनल और 3.9 किमी लंबा उत्तरी रनवे होगा।
हवाई अड्डे की प्रगति का विवरण साझा करते हुए, श्नेलमैन ने कहा कि वर्तमान में, 7,000 से अधिक कर्मचारी साइट पर तैनात हैं और 14 मिलियन से अधिक सुरक्षित कार्य घंटे पूरे हो चुके हैं।