Lawrence Bishnoi gang Demand from businessman: दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई को लेकर इन दिनों काफी चर्चाएं हो रही हैं। इन चर्चाओं के बीच कुछ लोग उसे अपराधी मानकर उसपर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं तो कुछ युवा लॉरेंस बिश्नोई को अपनी प्रेरणा मानकर उसके कदमों पर चलने की कोशिश करते हैं। हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई गैंग की आपराधिक गतिविधियों से जुड़े मामले सामने आने के बाद इसी गैंग से जुड़ा एक नया मामला यूपी के पीलीभीत जिले से मामला सामने आया, जहां जिले के अमरिया में स्थित किराना व्यापारी से लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम लेते हुए 15 लाख की रंगदारी मांगी गई है। पीड़ित व्यापारी न बताया है कि रंगदारी से जुड़ा पत्र एक दिन पहले नकाबपोश युवक की ओर से दुकान पर दिया गया था।
दुकान पर पत्र भेजकर मांगी गई रंगदारी
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थाना व कस्बा अमरिया के रहने वाले किराना व्यापारी फिरोज ने पीलीभीत डीएम और एसपी को इस मामले से जुड़ा एक शिकायती पत्र दिया है, जिसमें उन्होंने पुलिस को मामल से जुड़ी जानकारी देते हुए बताया कि बीते 19 अक्टूबर को एक अज्ञात व्यक्ति ओर से उसके पास नकाबपोश युवक को भेजकर पत्र उनके नौकर को सौंपा गया, उस दौरान किराना व्यापारी दुकान पर मौजूद नहीं थे। उन्होंने बताया कि भेजे गए पत्र में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम लेते हुए 15 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी।
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व्हाट्सअप पर आया धमकी भरा संदेश
पीड़ित व्यापारी ने मामले को लेकर पुलिस को बताया कि दुकान पर पत्र भिजवाने के बाद अगले दिन 20 अक्टूबर की रात 9: 14 बजे उसके मोबाइल पर किसी अज्ञात मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आया था, जिसमें आरोपियों की ओर से ठीक पिछले दिन मांगी गई 15 लाख की रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ित ने बताया कि 20 अक्टूबर की रात के बाद 21 अक्टूबर को सुबह भी उसके मोबइल फोन पर उसी नंबर से मैसेज आया। जिसमें मांगी गई रकम दिए गए समय पर नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। जिसके बाद पीड़ित व्यापारी ने पुलिस विभाग के अफसरों से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। आपको बताते चलें कि व्हाट्सअप पर आए मेसेज में आरोपियों की ओर से 21 अक्टूबर की रात आठ बजे तक रुपयों को देने का अंतिम समय बताया था। पत्र और मैसेज के जरिए धमकी मिलने के बाद किराना व्यापारी और उसका पूरा परिवार खौफ के साए में जी रहा है।
एसपी ने व्यापारी को दी सुरक्षा, घर पर तैनात हुई SOG टीम
इस मामले को लेकर पीड़ित व्यापारी ने व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ पीलीभीत के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मिलकर मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की थी, जिसके बाद एसपी ने जांच शुरू कराने के साथ ही व्यापारी को सुरक्षा देते हुए अन्य पुलिस कर्मियों के साथ साथ एसओजी टीम को भी लगाया है। इसके साथ ही इस मामले में एसपी ने निसरा समेत कई स्थानों दबिश देते हुई कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
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