गौतम खट्टर ने आयुर्वेद में उल्लेखनीय योगदान के लिए आचार्य बालकृष्ण को ‘भारत रत्न’ देने की उठाई मांग
देश के जाने-माने यूट्यूबर गौतम खट्टर (YouTuber Gautam Khattar) ने हरिद्वार में आयोजित कॉन्प्रेन्स में पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ( Acharya Balkrishna) के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत रत्न की मांग की। आचार्य बालकृष्ण आयुर्वेद और वेदों के जाने-माने विद्वान हैं। उन्होंने अपना जीवन एक प्रगतिशील राष्ट्र, आयुर्वेद और चिकित्सा क्षेत्र के लिए समर्पित किया है। साथ ही आचार्य बालकृष्ण लंबे समय से योग गुरु रामदेव के सहयोगी भी हैं।
आयोजित कार्यक्रम में सनातन महासंघ के संस्थापक गौतम खट्टर ने कहा कि आयुर्वेद के क्षेत्र में जितना योगदान बालकृष्ण ने दिया है उतना शायद ही किसी और ने दिया है। आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में जो कार्य देश व प्रदेश की सरकारें नहीं कर पाईं वह कार्य उन्होंने करके दिखाया है। पिछले तीस वर्षों से वे आयुर्वेद के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने आगे कहा कि एक समय था, जब आधुनिक परंपराओं में रंगे लोग आयुर्वेद चिकित्सा को तुच्छ समझते थे और हीनदृष्टि से देखते थे। समय बदला, तो अब देश का हर परिवार आयुर्वेद को अपने दैनिक जीवन में अपना रहा है। इसका श्रेय आचार्य को भी जाता है। साथ ही दुनिया के लोग आयुर्वेद को मेडिसन का दर्जा नहीं देते थे किंतु उनके नेतृत्व में पतंजलि आयुर्वेद शोध संस्थान की स्थापना होने के बाद वैज्ञानिक रूप से हज़ारों शोधों में आयुर्वेद की दवाओं को खरा पाया गया है, जिसे दुनिया के लोगों ने स्वीकृति दी है।
आपको बता दें, गौतम खट्टर सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर हैं। जो पिछले कुछ वर्षों से अपने वीडियो के ज़रिए सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति का प्रचार-पसार कर रहें हैं। गौतम खट्टर ने यूट्यूब पर भारत में विदेशों से आकर रहने वाले कई नागरिकों का इंटरव्यू किया है, जहां वे भारतीय सभ्यता व संस्कृति पर खुलकर बातचीत करते दिखाई पड़ते हैं। उनका उद्देश्य युवा वर्ग को अपनी संस्कृति के महत्व से अवगत कराना है।
साथ ही गौतम एक ऐसे यूट्यूबर हैं, जो भारतीय चिकित्सा पद्धति का लंबे समय से प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। कार्यक्रम में आचार्य बालकृष्ण के कार्य पर गौतम की मांग का कई लोगों ने सहमति जताई। अचार्य बालकृष्ण प्राचीन जीवन शैली, भारतीय परंपराओं और प्राकृतिक उपचारों के ध्वजवाहक हैं। उनके प्रयासों के बल पर आयुर्वेद संस्कृति और परंपराएं आज के इस आधुनिक समय में सभी के द्वारा स्वीकार किया जा रहा है।
जाने माने मोटिवेशनल स्पीकर तरुण राज अरोड़ा (Motivational Speaker Tarun Raj Arora) ने गौतम की इस मांग का समर्थन किया। इस दौरान जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता विनय कुमार, परशुराम अखाड़ा भी मौजूद थे। वहीं कार्यक्रम संचालक की भूमिका में पंडित अधीर कौशिक, पहाड़ आंदोलनकारी कपिल जौनसारी व युवा उद्योगपति मुकुल गौड़ मौजूद रहे।
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