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SP सांसद का करीबी, 50 करोड़ प्रॉपर्टी, अवैध धंधे; कौन है अयोध्या गैंगरेप केस का आरोपी?

Who Is SP Leader Moeed Khan: अयोध्या गैंगरेप केस का आरोपी मोईद खान कौन है? पुलिस जांच में उसे लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। वह पिछले 15 साल से राजनीति में है और समाजवादी पार्टी के एक सांसद का करीबी बताया जा रहा है।

Ayodhya Gang Rape Accused Moeed Khan
Ayodhya Gang Rape Accused Moeed Khan Profile: नाबालिग लड़की को बेकरी बुलाकर उसकी इज्जत से खिलवाड़ किया। मामला खुलकर सामने आया तो पीड़िता और उसके परिजनों पर समझौता करने का दबाव बनाया। विरोध बढ़ता देखकर पुलिस ने अयोध्या गैंगरेप केस के आरोपी समाजवादी पार्टी नेता मोईद खान और सहआरोपी राजू को गिरफ्तार कर लिया। योगी आदित्यनाथ सरकार के आदेश पर आरोपी मोईद खान की बेकरी पर बुल्डोजर चला दिया गया। दोनों आरोपी अश्लील वीडियो के जरिए ब्लैकमेल करके पीड़िता को कई दिन तक अपना शिकार बनाते रहे। मामले का खुलासा तब हुआ, जब पीड़िता 2 महीने की गर्भवती हो गई। वहीं मोईद खान पर गैंगरेप के साथ-साथ पीड़िता को धमकाने का भी आरोप है। उसने अस्पताल में भर्ती पीड़िता को भदरसा नगर पंचायत के चेयरमैन और सपा नेता मोहम्मद राशिद, जय सिंह राणा और एक अन्य व्यक्ति को अस्पताल भेजकर पीड़िता और उसके परिजनों पर समझौता करने का दबाव बनाया। पीड़िता की मां ने मुख्यमंत्री से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाई। एक्शन लेते हुए सरकार ने समझौता करने का दबाव बनाने गए तीनों लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया। मामले में कार्रवाई नहीं करने के आरोप में पूरा कलंदर थाना अध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को सस्पेंड कर दिया। पुलिस जांच में मोईद खान को लेकर, उसकी निजी जिंदगी, परिवार और राजनीतिक रसूख को लेकर कई खुलासे हुए हैं। आइए जानते हैं कि मोईद खान कौन है?  

4 बेटों और 2 बेटियों का बाप मोईद खान

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गैंगरेप केस में नाम सामने आने के बाद योगी सरकार ने मोईद खान की कुंडली खंगालने के आदेश दिए। मोईद खान के पड़ासियों ने पत्रकारों को बताया कि वह भदरसा का रहने वाला है और भदरसा में ही उसका घर है। वह 2साल तक ही मदरसे में गया। शहर के मेन बाजार में उसने 6 साल पहले बेकरी खोली थी। उसके 4 बेटे जाहिर, नदीम, नफीस, जावेद हैं और 2 बेटियां हैं। 3 बेटे बेकरी का सारा कामकाज संभालते हैं।

भदरसा दंगों का आरोपी रह चुका मोईद खान

बता दें कि मोईद खान साल 2012 में भदरसा में भड़के दंगों का आरोपी रह चुका है। पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन मोहम्मद अहमद मुख्य आरोपी था। इन पर आरोप लगा कि इन्होंने दंगे भड़काने के लिए मिट्टी का तेल लोगों में बंटवाया था, लेकिन लोगों में चर्चा है कि मोईद खान इस मामले में बच गया, क्योंकि उस समय समाजवादी पार्टी की सरकार थी। केस का निपटारा ही कर दिया गया था। 2012 के बाद उसका राजनीतिक रसूख बढ़ता गया।  

जमीनें कब्जाकर अवैध दुकाने बनाने का आरोप

ADM प्रशासन अनिरुद्ध प्रताप सिंह ने मोईद खान की प्रॉपर्टी का लेखा-जोखा देखा तो वह करीब 50 करोड़ की है। एक करोड़ की जमीन उसके नाम पर है। सूत्रों के मुताबिक, उस पर जमीनें कब्जाकर दुकानें बनाने का आरोप भी है। उसने भदरसा और इसके आस-पास खाली पड़ी जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा करके दुकानें बनाई हुई हैं। उसकी बेकरी 3000 स्क्वायर फीट एरिया में फैली थी, जो एक तालाब की जमीन थी, लेकिन मोईद खान ने वह कब्जाई हुई थी। बीते दिन योगी सरकार का बुल्डोजर उसे ढहाने गया, लेकिन पूरी बिल्डिंग नहीं ढहाई जा सकी, क्योंकि इस बिल्डिंग में PNB बैंक है, इसलिए बिल्डिंग खाली करने का नोटिस चस्पा दिया गया। बेकरी को सील कर दिया गया।  

मोईद खान का राजनीतिक रसूख

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मोईद खान समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी है। उसके अकसर अवधेश प्रसाद के साथ उनके कार्यक्रमों में देखा जाता है, लेकिन जब इस बारे में पार्टी नेताओं से पूछा जाता है कि तो वे खुलकर इस बारे में बात नहीं करते। खुद सांसद अवधेश प्रसाद पार्टी के पीड़िता के साथ होने का बयान दे चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, मोईद 18 साल की उम्र से राजनीति में है। प्रॉपर्टी का कारोबार आगे बढ़ाने के लिए वह कांग्रेस नेताओं के साथ उठने-बैठने लगा। वह चुनाव में कांग्रेस के लिए कैंपेनिंग भी करता था। साल 2012 से भदरसा नगर अध्यक्ष है। मुस्लिम होने के नाते भदरसा के मुस्लिम समुदाय में उसकी अच्छी खासी पहचान है।


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