अनिल चौधरी
अलीगढ़ के हरनौट गांव में एक दर्दनाक घटना घटी जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। एक फरार आरोपी की पत्नी को पुलिस उठाकर ले गई और जब वह वापस लौटी तो उसने खुद की जिंदगी खत्म कर ली। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की प्रताड़ना से आहत होकर महिला ने आत्महत्या की। इस घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है मृतका की देवरानी रो-रोकर इंसाफ की गुहार लगा रही है। ग्रामीण गुस्से में हैं और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दर्दनाक हादसे ने इंसाफ और मानवता से जुड़े कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस की प्रताड़ना से आहत महिला ने की आत्महत्या
अलीगढ़ जिले के पालीमुकीमपुर थाना क्षेत्र के हरनौट गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। फरार आरोपी की पत्नी और भांजे को पुलिस ने हिरासत में लिया था जिसके बाद महिला ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि आरोपी एक दिन पहले देर रात तमंचे के बल पर घर में घुसा था और सोती हुई तीन महिलाओं को घायल कर दिया था। यह पूरी घटना CCTV में कैद हो गई थी जिसके आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही थी। पुलिस ने आरोपी की पत्नी को थाने ले जाकर पूछताछ की लेकिन जब वह लौटी तो उसने आहत होकर आत्महत्या कर ली।
ग्रामीणों ने शव के साथ किया प्रदर्शन
महिला की मौत के बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया। मृतका की देवरानी ने रो-रोकर इंसाफ की गुहार लगाई और ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। आक्रोशित ग्रामीण महिला के शव को लेकर थाने की ओर जाने लगे लेकिन पुलिस ने गांव में ही रोक दिया। घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप
मृतका के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की प्रताड़ना से आहत होकर महिला ने यह कदम उठाया है। ग्रामीणों का कहना है कि महिला को गलत तरीके से थाने ले जाया गया और उसके साथ सख्ती बरती गई जिससे वह मानसिक रूप से टूट गई। मृतका की देवरानी समेत अन्य परिजनों ने पुलिस से न्याय की मांग की है और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
गांव में तैनात भारी पुलिस बल
घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और अगर पुलिस की ओर से कोई गलत व्यवहार हुआ है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल गांव में माहौल शांत करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन ग्रामीणों को समझाने की कोशिश कर रहा है ताकि हालात काबू में रहें और कानून व्यवस्था बनी रहे।