जयपुर: कांगो में मंगलवार को हुई हिंसक घटना में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (United Nations Peacekeeping Mission) पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के दो जवानों का निधन हो गया था। बीएसएफ में राजस्थान के हेडकांस्टेबल शिशुपाल सिंह और हेडकांस्टेबल सांवला राम बिश्नोई शहीद हो गए हैं। बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि 26 जुलाई दिन मंगलवार को कांगो के बुटेम्बो में तैनात संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दल में शामिल बीएसएफ के दो जवानों ने हिंसक सशस्त्र विरोध के दौरान घायल होने के बाद दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने कहा कि 70 से 74 बीएसएफ जवानों की दो पलटन इलाके में तैनात थी।
इस घटना के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी ट्वीट कर दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि, "डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में सीमा सुरक्षा बल के दो वीर भारतीय शांति सैनिकों की मृत्यु पर गहरा दुख हुआ। वे MONUSCO का हिस्सा थे। इन नृशंस हमलों के अपराधियों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए और उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए। शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ|"
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी कांगो में UN शांति सेना में सेवा दे रहे बाड़मेर के जवानों के निधन पर गहरा दुख जताया है। पायलट ने ट्वीट कर लिखा, "कांगो में UN शांति सेना में सेवा दे रहे बाड़मेर जिले के बांड गांव के BSF जवान सांवलाराम विश्नोई जी एवं जवान शिशुपाल सिंह जी उग्रवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए हैं। शहीद जवानों को मैं भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति एवं परिजनों को संबल दें।।"\
परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार सांवलाराम बिश्नोई वर्ष 2000 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे। जवान सांवलाराम दो माह पहले 15 दिन के लिए घर पर आए थे, तब से लगातार दो माह से संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के तहत कांगो में ही थे। कांगो में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान उनका निधन हो गया। इस बात की जानकारी परिजनों को बुधवार को टेलीफोन के जरिए मिली, जिसके बाद से ही गांव पूरे में शोक की लहर फैल गई।