कर्ण मिश्रा, ग्वालियर
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में ब्लैक बेल्ट व ताइक्वांडो गोल्ड मेडलिस्ट नव विवाहिता बेटी की मौत के मामले में परिजनों ने प्रशासन और पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पिछले सात दिनों से शहर के फूलबाग चौराहे पर अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए उसकी मां और मामा के साथ पूरा परिवार धरने पर बैठ गया है। उनका कहना है कि आज प्रदेश में ‘मामा’ शिवराज नहीं हैं, इसलिए उनकी भांजियों को मरने के बाद भी न्याय नहीं मिल रहा है।
ताइक्वांडो में गोल्ड मेडलिस्ट थी मुस्कान
बता दें कि ग्वालियर के फूलबाग चौराहे में परिवार अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए कड़कड़ाती ठंड में बैठा हुआ है। उनकी बेटी मुस्कान आर्य ताइक्वांडो में गोल्ड मेडलिस्ट और ब्लैक बेल्ट खिलाड़ी थी। वह राजस्थान के झुंझुनू में सरकारी स्पोर्ट टीचर की नौकरी कर रही थी।
मुस्कान की शादी इस साल बड़े धूमधाम के साथ हजीरा क्षेत्र के बिरला नगर कॉलोनी नंबर 2 में रहने वाले चंदन आर्य के साथ हुई थी, लेकिन पांच महीने बाद ही 24 नवंबर को मुस्कान को संदिग्ध परिस्थितियों में ससुराल वालों ने बिरला हॉस्पिटल में भर्ती कराया और पुलिस को बताया कि उसने फांसी लगाने का प्रयास किया है।
अस्पताल में इलाज के बाद मुस्कान ने तोड़ा दम
अस्पताल में 48 घंटे इलाज के बाद 26 नवंबर को मुस्कान की मौत हो गई थी। इसके बाद हजीरा थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 304 बी के तहत पति, ससुर, सास, ननदोई और मामा ससुर पर केस दर्ज किया।
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परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी के शरीर पर 8 से 9 चोट के निशान पाए गए थे, जिससे साफ होता है कि उनकी बेटी मुस्कान की हत्या की गई है। इसलिए दोषियों को फांसी की सजा होने के साथ उनके घर पर सरकार का बुलडोजर चलना चाहिए।
‘हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए’
मुस्कान की मां मंजू आर्य का कहना है कि उनकी बेटी के हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। बेटी को इंसाफ दिलाने फूलबाग पर ही रहना खाना और सोना हो रहा है। मंजू आर्य का यह भी कहना है कि आज मामा शिवराज नहीं है तो उनकी भांजी मुस्कान को न्याय भी नहीं मिल रहा है। नए मुख्यमंत्री से हमने गुहार लगाई है कि बेटी मुस्कान को न्याय मिलना चाहिए। वहीं, PM मोदी से भी न्याय की गुहार लगाई है।
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‘आरोपियों पर कार्रवाई बने नजीर’
मुस्कान के मामा आकाश का भी कहना है कि मामले के सभी आरोपियों पर ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए, जो एक नजीर बने। कोई भी बेटियों के साथ अपराध करने से पहले चार बार जरूर सोचे।
मामले पर पुलिस ने क्या कहा?
मुस्कान के परिजनों के आरोपों पर पुलिस का कहना है कि उन्होंने नवविवाहिता की मौत के बाद पूछताछ व अन्य जांच पड़ताल में जो भी सबूत मिले हैं, उसी के आधार पर ससुराल पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसमें पति चंदन आर्य, ससुर बालचंद आर्य, सास आशा आर्य, ननदोई मनोज आर्य को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मामा ससुर प्रेम नारायण आर्य की तलाश जारी है।
पुलिस का कहना है कि धरने पर बैठे परिजनों को समझाया गया है कि अभी अन्य मेडिकल जांच की रिपोर्ट आना बाकी है। ऐसे में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कोर्ट में चार्जशीट फाइल करने से पहले अगर मेडिकल रिपोर्ट में अन्य सबूत मिलते हैं तो अन्य धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी।
इंसाफ के लिए धरने पर बैठा परिवार
बता दें कि 24 साल की मुस्कान शादी से पहले अपनी मां, दो छोटी बहन और एक भाई के साथ शताब्दीपुरम दीनदयाल नगर इलाके में रहती थी। उनके पिता ने उन्हें काफी समय पहले छोड़ दिया था। इसके बाद मुस्कान ने काफी मेहनत की और ताइक्वांडो में गोल्ड मेडल और ब्लैक बेल्ट हासिल कर फिजिकल टीचर की नौकरी शुरू कर दी, लेकिन इस बीच उनकी शादी कर दी गई और शादी के महज पांच महीने बाद उसकी मौत की खबर से पूरे परिवार को सदमा लगा है। अब पूरा परिवार इंसाफ दिलाने सड़क पर धरना दे रहा है।