के जे श्रीवत्सन, जयपुर:Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के बाद पुलिस, प्रशासन को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि पुलिस ने 5 दिनों में कड़ी मशक्कत के बाद दो मुख्य शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अब भी कई सवाल बरकरार हैं। जानकारी के अनुसार, हत्याकांड में उदयपुर पुलिस की लापरवाही सामने आई है। आइए आपको बताते हैं कि उदयपुर पुलिस ने किस तरह चूक की और करणी सेना प्रमुख की जान किस तरह बच सकती थी।
उदयपुर पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है रोहित राठौड़
दरअसल, शूटर रोहित राठौड़ के बारे में पता चला है कि वह विगत दिनों उदयपुर की धान मंडी में अरेस्ट हुआ था। सिंधी कैंप पर रोहित राठौड़ को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के मास्टरमाइंड वीरेंद्र चारण ने पिस्टल उपलब्ध करवाई थी।
पिस्टल के बूते पर वह एक युवक की हत्या करने उदयपुर पहुंच गया था, लेकिन रोहित राठौड़ धान मंडी में हथियार के साथ अरेस्ट हो गया। इस मामले में उदयपुर पुलिस की लापरवाही यह रही कि उसने इस केस के साथ रोहित राठौड़ को फॉलो नहीं किया।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड होने से बच सकता था