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गोगामेड़ी की हत्या के बाद शूटर्स ने कैसे स्कूटी सवार युवकों को बनाया निशाना, पढ़ें लोगों की आपबीती उन्हीं की जुबानी

Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case: श्री राजपूत करणी सेना के प्रमुख गोगामेड़ी की हत्या के बाद शूटर्स ने जमकर आतंक बचाया। जानें कैसे हत्या के बाद उन्होंने दूसरे लोगों को निशाना बनाया।

Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case: श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। गोगामेड़ी को गोली मारने के बाद दोनों शूटर्स घर के बाहर निकले और एक कार को रुकवाने की कोशिश की। जब कार को रोकने में असफल हुए तो उन्होंने एक स्कूटी सवार 2 युवकों को रोका। स्कूटी सवार हेमराज ने बताया कि बदमाशों ने मेरी स्कूटी रुकवाकर कनपटी पर बंदूक तान गोली चला दी। गोली मेरी कनपटी को छूते हुए निकल गई। वहीं एक गोली कमर केे नीचे लगी। इसकेे बाद मैं बेसुध होकर नीचे गिर गया। हेमराज ने बताया कि वह श्याम नगर में रहता है। उसकी पुरानी चुंगी पर एक दुकान है। मंगलवार दोपहर को वह स्कूटी लेकर घर जा रहा था। तभी रास्ते में उसे उसका दोस्त मिल गया। भास्कर को उसने बताया कि वह अपने दोस्त को पीछे बैठाकर छोड़ने जा रहा था। तभी 2 युवकों ने हमारे आगे चल ही कार को रोकने की कोशिश की। मगर युवकों के हाथ में कारवाले ने कार रोकी नहीं। कार के पीछे हम चल रहे थे। उन्होंने मेरी स्कूटी रुकवाई और कनपटी पर बंदूक तान दी। एक गोली मेरी कनपटी को छूते हुए निकल गई। वही दूसरी गोली उन्होंने मेरी कमर के नीचे मारी। गोली लगने के बाद हम दोनों नीचे गिर गए। आस-पास से दौड़कर पहुंचे लोगों ने हमें हाॅस्पिटल पहुंचाया। यह भी पढ़ेंः सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारों तक कैसे पहुंची पुलिस? 5 दिन में क्या-क्या हुआ, कमिश्नर की जुबानी जानिए पूरी कहानी

पड़ोसी बोले- लगा बाहर पटाखे चल रहे हैं

वहीं हेमराज के दोस्त ने बताया कि हेमराज पर गोली चलाने से पहले उसने मुझ पर बंदूक तानी थी। लेकिन इसके बाद उसने हेमराज पर गोली चला दी। इसके बाद स्कूटी छीनकर भागने के बाद मैंने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। वहीं काॅलोनी के नुक्कड़ पर रहने वाले मुखर्जी परिवार ने बताया कि फायरिंग के बाद लगा कि जैसे कहीं पर पटाखे चल रहे हो। घर के बाहर का कोई आदमी नहीं होने की वजह से इतना बड़े हत्याकांड के बारे में पता नहीं चला। भीड़ इकट्ठा होने के बाद पता चला कि गोगामेड़ी के घर पर फायरिंग हुई है।

मजदूर बोला- भीड़ इकट्ठा हुई तो चला घटना का पता

वहीं गोगामेड़ी के घर को छोड़कर दो मकान आगे एक निर्माण कार्य चल रहा था। मकान में काम कर रहे मजदूर ने बताया कि निर्माण कार्य में काम आने वाली मशीनों की आवाज के चलते उन्हे गोली चलने का पता ही नहीं चला। जब उनके घर के बाहर लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई तो पता चला कि गोली चली है। यह भी पढ़ेंः सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के असली मास्टरमाइंड का खुलासा, जानें कौन है वीरेंद्र सिंह चारण


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