Rajasthan Politics: बीटीपी विधायक राजकुमार रोत ने सीएम गहलोत के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के अस्थिर होने पर हम दोनों विधायकों ने उनको समर्थन दिया था। जिसकी वजह से सरकार गिरने से बच गई। ये बात सीएम भी जानते हैं। अगर हम उस समय उनके साथ नहीं होते तो आज वो सीएम नहीं होते। सीएम हमारी चिंता नहीं करें।
नई पार्टी बनाएंगे रोत
उन्होंने आगे कहा कि मेरा बीटीपी से कोई नाता नहीं है। आने वाले चुनाव में वे नई पार्टी भारतीय आदिवासी पार्टी (बाप) का गठन करेंगे। जिसकी प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी प्रदेश की सभी अनुसूचित जाति की रिजर्व 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
बीटीपी ने 2018 में 2 सीटें जीती थीं
बता दें कि सीएम गहलोत जून में डूंगरपुर के थाणा गए थे। जहां उन्होंने कहा कि बीटीपी के 2 विधायकों का अब कोई भविष्य नहीं है। ऐसे में उनको कांग्रेस में मर्ज हो जाना चाहिए। बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में बीटीपी के 2 विधायकों ने चुनाव जीता था। चौरासी सीट से राजकुमार रोत और सागवाड़ा सीट से रामप्रसाद डिंडोर ने चुनाव जीतकर सबको चौंका दिया था। विधायक बनने के बाद बीटीपी ने दोनों विधायकों की मंशा के अनुरूप राजस्थान में काम नहीं किया। इसलिए अब दोनों विधायकों ने पार्टी से अपना नाता तोड़ लिया है।