Rajasthan Politics: पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा रविवार को सीकर में थे। जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जोधपुर की घटना दुखद है। हम बार-बार कहते हैं कि अपराधी की कोई जाति और पार्टी नहीं होती है। वह केवल अपराधी होता है। हमारे शासनकाल में ऐसी जो भी घटनाएं घटी हैं उनमें सरकार ने तुरंत कार्रवाई की है।
हमने 95 फीसदी वादे पूरे किए
डोटासरा ने कहा कि दोनों ही शहरों में हुई घटनाओं में भाजपा के कार्यकर्ता शामिल थे। क्या बीजेपी अपना जवाब पेश करेगी। उन्होंने कहा कि जनघोषणा पत्र के 95 फीसदी वादे हमारी सरकार ने पूरे किए हैं। डोटासरा ने आगे कहा कि बीजेपी बेवजह मुद्दे बनाना चाहती है। जिस तरह उदयपुर की घटना को हिंदू-मुस्लिम का रूप दे दिया गया। एनआईए ने वह केस ले लिया। आरोपियों को हमारी पुलिस ने पकड़ा। बाद में पता चला कि आरोपी भारतीय जनता पार्टी का था।
जोधपुर-उदयपुर की घटनाओं में बीजेपी के कार्यकर्ता शामिल
पीसीसी चीफ ने कहा कि जोधपुर की घटना में एबीवीपी का कार्यकर्ता शामिल था। बीजेपी हर घटना पर कांग्रेस को बदनाम करती है, सरकार को बदनाम करती है। अब बीजेपी बताए उदयपुर और जोधपुर दोनों ही घटनाओं में बीजेपी का कार्यकर्ता शािमल था लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी मना कर रही है। भाजपा की झूठ बोलने की हमेशा ही आदत रही है।
भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टाॅलरेंस की पाॅलिसी
डोटासरा ने आगे कहा कि भ्रष्टाचार के विरूद्ध हमारी जीरो टाॅलरेंस की पाॅलिसी रही हैं। रीट और पेपरलीक जैसे मामलों में एसओजी ने हर आरोपी को पकड़ा हैं। यदि सरकार की मंशा ठीक नही होती तो सचिवालय में पैसे मिलने के बाद क्या यह घटना उजागर होती। एसीबी ने गोपाल केसावत को पकड़ा। केसावत को पार्टी ने निकाल दिया था और उसने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। उन्होंने कहा कि केसावत को एसीबी ने पकड़ा था। राजेंद्र राठौड़ और एसीबी ने थोडे़ ही पकड़ा।