कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुई आतंकी घटना के बाद सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पाकिस्तान से वीजा लेकर भारत आए सभी लोगों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है। लेकिन इस आदेश से पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी अब बेहद परेशान हैं। राजस्थान की राजधानी जयपुर मेंए पाकिस्तान से आए सैकड़ों हिंदू विस्थापित अब सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें इस मुश्किल समय में वापस पाकिस्तान ना भेजा जाए। इनका कहना है कि पाकिस्तान लौटना उनके लिए मौत के कुएं में जाने जैसा होगा।
हमें यही रहने दिया जाए
मीरपुर खास से आए विस्थापित ने कहा कि हम 45 दिन पहले मीरपुर खास से आए थे, अपनी जान बचाकर। वहां के हालात अल्पसंख्यकों के लिए खराब होते जा रहे हैं। हम भारत में नागरिकता के लिए आवेदन दे चुके हैं। अभी कुछ ही दिन हुए हैं, हमें यहीं रहने की इजाजत दी जाए। सद्दारों जैसे ही कई लोग अब जयपुर के सीआईडी दफ्तर में पहुंचकर ये अपील कर रहे हैं कि उन्हें वीज़ा की मियाद पूरी होने तक भारत में रहने दिया जाए। इनमें से कई लोग ऐसे भी हैं राजस्थान के जयपुर से कुछ इलाकों में रिश्तेदारों की शादी में भाग लेने आए थे लेकिन उन्हें भी अब जबरदस्ती वापस बाहर भेज दिए जाने का डर सता रहा है।
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सरकार मदद करे
उमरकोट से आए विस्थापित श्रवण कुमार ने कहा कि मैं किसी भी कीमत पर पाकिस्तान वापस नहीं जाऊंगा। अगर वापस भेजा गया, तो शायद जिंदा न बचूं। हिंदुस्तान को ही अपना देश मानता हूं और यहीं रहना चाहता हूं। सरकार से निवेदन है कि इस स्थिति को समझे और मदद करे। भारत सरकार से अब ये विस्थापित लॉन्ग टर्म वीजा की मांग कर रहे हैं, ताकि वो यहां सुरक्षित रह सकें। साथ ही नागरिकता की प्रक्रिया में भी उन्हें राहत दी जाए। वैसे सरकार की सुरक्षा को लेकर चिंता अपनी जगह है, लेकिन इन विस्थापितों की पीड़ा भी कम नहीं है। अब देखना होगा कि केंद्र सरकार वीजा नियमों में इन हालातों को देखते हुए क्या नरमी बरतती है।
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