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Kota: लोकसभा स्पीकर के चार साल पूरे; ओम बिड़ला बोले- ‘जनकल्याण के फैसले चर्चाओं के बाद ही लें’

Kota: बतौर लोकसभा स्पीकर कोटा सांसद ओम बिड़ला के आज 4 साल पूरे हो चुके हैं। इस अहम पड़ाव पर उन्होंने अपने संदेश में कहा कि 19 जून 2019 को आज ही के दिन यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मुझे मिली थी। लोकसभा अध्यक्ष के रूप में ये 4 साल उल्लेखनीय रहे हैं। कामकाज की दृष्टि से ये […]

Edited By : Rakesh Choudhary | Updated: Jun 19, 2023 13:48
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Kota, Speaker OM Birla completed 4 years as Loksabha Speaker

Kota: बतौर लोकसभा स्पीकर कोटा सांसद ओम बिड़ला के आज 4 साल पूरे हो चुके हैं। इस अहम पड़ाव पर उन्होंने अपने संदेश में कहा कि 19 जून 2019 को आज ही के दिन यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मुझे मिली थी। लोकसभा अध्यक्ष के रूप में ये 4 साल उल्लेखनीय रहे हैं। कामकाज की दृष्टि से ये 4 वर्ष काफी महत्वपूर्ण रहे हैं। इस दौरान आयोजित हुए कुल 11 सत्रों में 162 विधेयक पुनः स्थापित तथा 169 विधयेक पारित किए गए हैं।

भारत लोकतंत्र की जननी

लोकसभा स्पीकर ने आगे कहा कि लोकतंत्र की सार्थकता इसी में है कि दल और विचारधारा की भिन्नता के बाद भी राष्ट्रहित और जनकल्याण के विषयों पर चर्चा कर हमें निर्णय लेना चाहिए। पिछले 4 वर्षों में हमने ऐसा करके लोकतंत्र की जननी के रूप में भारत की प्रतिष्ठा में वृद्धि की है। कार्यकाल के दौरान पीएम के अलावा सभी दलों के सदस्यों का सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ। सभी सांसदों ने चर्चा और संवाद के द्वारा जनता की आशाओं और अपेक्षाओं को पूरा करने का प्रयास किया।

विधेयकों पर हुई अधिक से अधिक चर्चा

स्पीकर बिड़ला ने आगे कहा कि कार्यकाल के दौरान सभी सदस्यों के सक्रिय प्रयासों और सरकार के सहयोग से हम कार्यपालिका की जवाबदेही सुनिश्चित करने में सफल रहे। नियम 377 के तहत सरकार से प्राप्त जवाबों में भी वृद्धि हुई। प्रश्नकाल के दौरान अधिकतर प्रश्नाें के उत्तर मौखिक उत्तर दिए गए। बिड़ला ने कहा कि विगत 4 वर्षों में सदन की कार्य उत्पादकता 93.09 प्रतिशत रही। विधेयकों पर चर्चा हो अथवा शून्यकाल पहले की तुलना में अधिक सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए।

First published on: Jun 19, 2023 01:43 PM

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