योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि ईस्ट इंडिया लुटेरी कंपनी थी, जिसने भारत को जमकर लूटा। गुलामी की मानसिकता बदलने का वक्त आ चुका है। रामदेव बुधवार को राजस्थान के अलवर के बड़ौदामेव में आयोजित भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। भारतीय शिक्षा बोर्ड परिवार ने स्वामी रामदेव का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान रामगढ़ के विधायक सुखवंत सिंह, प्रधान गोपाल चौधरी और अलवर के महापौर घनश्याम गुर्जर मौजूद रहे। रामदेव ने कहा कि जब तक गुलामी की मानसिकता रहेगी, तब तक कोई भी तरक्की नहीं कर सकता। हमें अपनी सोच को बदलना होगा, तभी सही मायने में देश तरक्की की ओर अग्रसर होगा।
अंग्रेजों ने भारत में की जमकर लूट
बाबा रामदेव ने कहा कि अंग्रेज चले गए, लेकिन वैचारिक, आर्थिक और शिक्षा की गुलामी भारत पर थोप गए, इसमें आज भी बहुत से लोग फंसे हुए हैं। इसे अब बदलने का वक्त आ गया है, इसके लिए भारतीय शिक्षा बोर्ड का गठन किया गया है, जिसमें संस्कृत विषय की शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा भी प्रदान की जाएगी। ईस्ट इंडिया कंपनी का जिक्र करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि एक लुटेरी कंपनी आई थी, जो भारत को लूटकर चली गई। आज जितना पूरे विश्व का बजट है, उतना अंग्रेज भारत से लूटकर पहले ही ले गए।
भारतीय बोर्ड से जुड़ने का आह्वान
रामदेव ने कहा कि सोचिए जब अंग्रेज इतना लूटकर भारत से चले गए तो भारत कितना महान देश रहा होगा? सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) का जिक्र करते हुए स्वामी रामदेव ने कहा कि जिसकी फाउंडेशन ही गुलामी है, वह क्या शिक्षा देगा? आज के दौर में भारत की संस्कृति को शिक्षा से दूर रखा जा रहा है। भारत के इतिहास को छुपाया जा रहा है। इन सब बातों का ध्यान रखते हुए ही भारतीय शिक्षा बोर्ड का गठन किया गया है। बाबा रामदेव ने सभी स्कूलों और लोगों से भारतीय शिक्षा बोर्ड से जुड़ने का आह्वान किया। इस दौरान पतंजलि परिवार से जुड़े लोग मौजूद रहे।
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