Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में कल जिस प्रकार का सियासी ड्रामा कांग्रेस के खेमें में हुआ है उसको लेकर हाईकमान ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। प्रदेश में सीएम फेस पर चर्चा करने और विधायकों की वन टू वन बात सुनने के लिए जयपुर आए ऑब्जर्वर अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे बैरंग ही दिल्ली लौट गए। सूत्रों की माने तो इस सियासी ड्रामे के बाद कुछ बड़े नेताओं पर हाईकमान के अनुसाशन का डंडा भी चल सकता है।
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वहीं दूसरे पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली जाने से पहले सीएम से कर्टसी कॉल के तहत मुलाकात की। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कल विधायकों के विरोध को लेकर कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि पार्टी में अनुशासन और एकता होनी चाहिए। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जो फैसला लेंगी, वह सभी को मानना होगा।
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इससे पहले अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, 'कल जो हुआ उसके बारे में हमने कांग्रेस अध्यक्ष को अवगत करा दिया है। अंत में जो भी निर्णय लिया जाता है, उसका सभी को पालन करना होता है। पार्टी में अनुशासन होना चाहिए।'
बता दें की इस सारे सियासी घटनाक्रम में अब कमलनाथ की भी एंट्री हो गई है। राजस्थान संकट सुलझाने के लिए कांग्रेस आलाकमान के बुलावे पर कमलनाथ दिल्ली पहुंच चुके हैं। कमलनाथ गहलोत और सचिन पायलट गुट के बीच सुलह कराने की कोशिश करेंगे।
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