गहलोत सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है, जब राजस्थान में सत्ताधारी कांग्रेस अंदरूनी खींचतान से जूझ रही है। प्रदेश में हाल ही में चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में काम करती है और सभी मुद्दों को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। वह बुधवार की रात राजधानी पहुंचे और गुरुवार सुबह सोनिया से मुलाकात करेंगे, बातचीत के दौरान नेतृत्व के मुद्दे के साथ-साथ राजस्थान के सीएमशिप पर भी असर पड़ेगा।
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