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पंजाब में ग्रीन एनर्जी को अपनाने की रणनीति पर हो रहा काम, कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा का बड़ा दावा

Punjab Fossil Fuel: पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी द्वारा ऊर्जा मंत्रालय के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के सहयोग से राज्य ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया।

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Dec 21, 2024 18:24
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Minister aman arora
Minister aman arora

Punjab Fossil Fuel: पंजाब की भगवंत मान सरकार प्रदेश के विकास के लिए हर तरह प्रयास कर रही है। राज्य के विकास के लिए मान सरकार केंद्र सरकार के साथ भी काम कर रही है। इसी के तहत हाल ही में पंजाब के ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि टिकाऊ भविष्य को प्राप्त करने के लिए, पंजाब जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने और हरित ऊर्जा को अपनाने की रणनीति पर काम कर रहा है।

उन्होंने प्रथम सिख गुरु नानक देव जी के ज्ञानपूर्ण शब्दों का हवाला दिया, ‘‘पवन गुरु पानी पिता, माता धरत महत’’ (हवा शिक्षक है, पानी पिता है और धरती महान माता है)।

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उन्होंने कहा कि सैकड़ों साल पहले हमारे गुरु ने वायु को गुरु का दर्जा दिया था। मुझे खुशी है कि दुनिया आखिरकार जलवायु परिवर्तन की कठोर वास्तविकता को समझ रही है और यह जरूरी है कि हम इस संकट की गंभीरता को स्वीकार करें और ग्रह पृथ्वी की रक्षा के लिए सामूहिक रूप से काम करें।

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने स्कूलों सहित 1000 से ज़्यादा सरकारी इमारतों को ऊर्जा कुशल बनाकर 6800 मेगावाट को अक्षय ऊर्जा में सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है। 6200 मेगावाट को अक्षय ऊर्जा में स्थानांतरित करने के लिए एक और परियोजना चल रही है। इसके अलावा, राज्य में 2.16 लाख ऊर्जा कुशल बीईई 4 स्टार रेटेड कृषि पंप-सेट स्थापित किए गए हैं। राज्य में 750 से ज़्यादा इमारतें ईसीबीसी के अनुरूप हैं।

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उन्होंने राज्य के लोगों से यह भी आग्रह किया कि पंजाब को ऊर्जा कुशल राज्य बनाने के लिए सरकार को उनके सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार केवल पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित कर सकती है, लेकिन मुख्य जिम्मेदारी निजी खिलाड़ियों की है क्योंकि उन्हें अपने संगठनों को ऊर्जा कुशल प्रौद्योगिकियों से लैस करना होगा।

प्रदर्शनी और ऊर्जा संरक्षण दिवस समारोह

उन्होंने पुरानी कहावत ‘बचाया गया धन कमाया गया धन है’ से ‘बचाई गई ऊर्जा, ऊर्जा उत्पन्न करती है’ की नई परिभाषा गढ़ी, जो भविष्य में ऊर्जा के महत्व को दिखाती है। उन्होंने ऊर्जा दक्षता प्रौद्योगिकियों पर प्रदर्शनी और ऊर्जा संरक्षण दिवस समारोह का भी उद्घाटन किया।

प्रमुख सचिव नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत अजय कुमार सिन्हा ने विद्युत की मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर को पाटने के लिए राज्य में ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा दक्षता की जरूरत पर बल दिया, इसके साथ ही रिन्यूएबल एनर्जी स्रोतों को अपनाने तथा ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा दक्षता उपायों को अपनाते हुए विवेकपूर्ण ढंग से विद्युत का इस्तेमाल करने का आग्रह किया।

पेडा के निदेशक एमपी सिंह ने राज्य में ऊर्जा संरक्षण कार्यक्रमों के तहत की गई पहलों पर प्रकाश डाला, साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में ऊर्जा संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा के महत्व के बारे में दर्शकों को जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब ईसीबीसी को लागू करने में अग्रणी है, 85 से अधिक क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, ईसीबीसी और ग्रीन बिल्डिंग को प्रोत्साहित करने में अग्रणी राज्य है, पंजाब ऊर्जा दक्षता क्षेत्र में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक है।

राज्य ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर गृह परिषद की डिप्टी सीईओ शबनम बस्सी, ग्लोबल नेटवर्क फॉर जीरो के उपाध्यक्ष बिजनेस डेवलपमेंट गौरव मुखीजा और पीएसपीसीएल, जल आपूर्ति एवं स्वच्छता, पीडब्ल्यूडी, स्थानीय सरकार, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, गमाडा सहित हितधारक विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

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Edited By

Deepti Sharma

First published on: Dec 21, 2024 06:24 PM

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