Know Who Is Sukhpal Singh Khaira Congress MLA Bhulath: पर्सनल सेक्रेटरी के मोबाइल से ड्रग्स तस्करों से बातचीत के आरोपी सुखपाल सिंह खैरा को पंजाब पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। ड्रग्स तस्करी के मामले में उनके खिलाफ 9 साल पहले यानी 2015 में मामला दर्ज किया गया था।
पंजाब के भुलत्थ से कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा को गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस विधायक को जलालाबाद पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। विधायक की गिरफ्तारी उनके चंडीगढ़ वाले बंगले से की गई।
जानकारी के मुताबिक, जिस वक्त सुखपाल सिंह खैरा को गिरफ्तार किया गया, उस वक्त वे फेसबुक पर लाइव थे। फेसबुक लाइव का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें विधायक पानी पीने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें पानी भी पीने का मौका नहीं मिला और पंजाब पुलिस विधायक को गिरफ्तार कर ले गई।
2015 में ड्रग्स तस्करी मामले में दर्ज किया गया था मामला
रिपोर्ट्स के मुताबिक, खैरा पर 2015 में ड्रग्स तस्करी के आरोप में केस दर्ज किया गया था। उस दौरान गिरफ्तार किए गए कुछ ड्रग्स तस्करों की गवाही के बाद कोर्ट ने खैरा को समन जारी किया था। उस दौरान पुलिस ने तस्करों के पास से 24 सोने की बिस्किट, दो पाकिस्तानी सिम कार्ड, 2 किलो हेरोइन और इसके साथ एक देशी पिस्तौल बरामद किया था।
मामले में गिरफ्तार किए गए गुरदेव सिंह, मंजीत सिंह, हरबंस सिंह और सुभाष चंदर समेत 9 तस्करों को अक्टूबर 2017 में सजा सुनाई गई थी। आरोपपत्र के अनुसार, फाजिल्का ड्रग तस्करी रैकेट के नेता गुरदेव सिंह के साथ सुखपाल खैरा का संबंध पाया गया था। खैरा पर गुरदेव सिंह को शरण देने का भी आरोप था।
खैरा के खिलाफ प्राथमिक आरोपों में तस्करों के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का समर्थन करना, उसे आश्रय देना और ड्रग तस्करों से वित्तीय लाभ प्राप्त करना आदि शामिल था।
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में भी चल रही जांच
2014 और 2020 के बीच खैरा ने कथित तौर पर अपने और परिवार के सदस्यों पर 6.5 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए, जिसमें खर्च उनकी घोषित आय से अधिक था। जांच एजेंसी ने 2017 ‘फाजिल्का ड्रग तस्करी रैकेट’ में मनी लॉन्ड्रिंग के लिए खैरा के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया।
जांच से पता चला कि पिछले कुछ सालों में खैरा और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में नकदी जमा हुई है। जांच एजेंसी ने खैरा पर मादक पदार्थ तस्करों से संपर्क बनाए रखने और उनसे धन प्राप्त करने का आरोप लगाया। आरोप पत्र के अनुसार, प्राप्त धन का उपयोग कथित तौर पर संपत्ति खरीदने के लिए किया गया था।
आखिर कौन हैं सुखपाल सिंह खैरा?
कपूरथला जिले के रामगढ़ गांव से पंचायत सदस्य के रूप में राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले सुखपाल खैरा 1997 में कांग्रेस में शामिल हुए। खैरा को 1997 में ही पंजाब युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने थे। दो साल बाद यानी 1999 में पंजाब कांग्रेस ने उन्हें सचिव बनाया। फिर 2005 में वे कपूरथला जिले के कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष चुने गए।
सुखपाल सिंह खैरा, शिरोमणि अकाली दल के दिग्गज नेता सुखजिंदर सिंह खैरा के बेटे हैं। सुखजिंदर सिंह खैरा, पंजाब के शिक्षा मंत्री रहे थे। सुखपाल सिंह खैरा 2022 में तीसरी बार भुलत्थ निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। वे जुलाई 2017 से जुलाई 2018 के बीच पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता थे।
1997, 2002 में विधानसभा चुनाव लड़े, लेकिन हार मिली
पंजाब कांग्रेस के विधायक सुखपाल खैरा ने सबसे पहले 1997 में विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने 2002 में एक बार फिर चुनावी किस्मत आजमाई लेकिन दोबारा उन्हें हार मिली। 2007 में वे एक बार फिर भुलत्थ विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे। तीसरी बार में चुनाव जीतकर सुखपाल खैरा विधानसभा पहुंचे।
साल 2009 में खैरा को पंजाब कांग्रेस ने अपना प्रवक्ता बनाया। 2012 के चुनाव के बाद उन्हें एक बार फिर से 2013 में प्रवक्ता बनाया गया। लेकिन राज्य में 2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए खैरा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
साल 2017 में सुखपाल सिंह खैरा आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए। AAP ने खैरा को पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया था, लकिन 2018 में उन्हें इस पद से AAP ने हटा दिया। इसके बाद खैरा ने 2019 में AAP के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। AAP से इस्तीफा देने के बाद खैरा कांग्रेस में शामिल हो गए थे। फिलहाल, वे भुलत्थ विधानसभा से विधायक हैं।
दो दिन पहले राघव चड्ढा की शादी में खर्च को लेकर उठाए थे सवाल
सुखपाल सिंह खैरा ने दो दिन पहले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा की शादी में हुए खर्च को लेकर उन पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि एक आम आदमी आखिर 7 स्टार होटल का खर्च कैसे उठा सकता है, जहां का एक रात का किराया 10 लाख रुपये है।