Punjab News: पंजाब में हुई अनोखी शादी लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। यह शादी फिजूलखर्ची करने वाले लोगों से अलग थी। कारी कलां गांव में हुई यह शादी हमें अपनी परंपराओं से जुड़ने का संदेश देती है। हरियाली से घिरे खूबसूरत माहौल में दुर्लभ सिंह और हरमन कौर शादी के बंधन में बंध गए। खास बात यह थी कि दुल्हन खुद दूल्हे के घर पर बारात लेकर पहुंची। खेतों के बीच दोनों से फेरे लिए। शादी का पंडाल हरे रंग से सजा था। सजावट के लिए रंग-बिरंगे पौधे लगाए गए थे। शादी में जितने भी मेहमान आए, सबको पौधे गिफ्ट किए गए। यही नहीं, मिठाई के लिए लाए गए डिब्बों पर किसानों के नारे लिखे हुए थे।
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शहद की छोटी बोतलें भी शादी में आए मेहमानों को गिफ्ट की गईं। खेती को बढ़ावा देने का संदेश देने वाली यह शादी 19 फरवरी को संपन्न हुई। आईटी प्रोफेशनल दुर्लभ सिंह के अनुसार वे किसान आंदोलन से प्रेरित हैं। दिल्ली बॉर्डर पर हाल में ही जो आंदोलन हुआ, उसने जमीन से जुड़े रहने का संदेश दिया था। उनकी शादी सादगी से प्रेरित है, जो पर्यावरण को बचाने का संदेश देती है। वे लोग फिजूलखर्ची और झूठे दिखावे को पसंद नहीं करते हैं। खेतीबाड़ी को बढ़ावा देने वाली शादी लोगों के लिए प्रेरणास्रोत है।
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दुर्लभ सिंह के अनुसार वे कनाडा में रहते हैं। वे शादी के जरिए लोगों को संदेश देना चाहते थे कि कहीं भी बस जाएं, हमें अपने रूट्स से जुड़े रहना चाहिए। इसी लिए बैंक्वेट हॉल के बजाय खेत में मंडप लगाकर सात फेरे लिए। शादी समारोह के लिए जगह बनाने को फसलों का जरूरी हिस्सा ही काटा गया था। दुल्हन हरमन कौर भी कनाडा में रहती हैं। उन्होंने बताया कि वे लोग शादी को यादगार बनाने के लिए लौटे हैं। किसानों के विरोध से प्रेरित होकर वे लोग खेती के प्रति दूसरों को प्रोत्साहित करना चाहते हैं। वे लोग किसान हैं और खुद पर गर्व करते हैं।